भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की। 36 वर्षीय चावला ने इंस्टाग्राम पर एक इमोशनल पोस्ट साझा करते हुए इस फैसले की जानकारी दी।
पीयूष चावला का क्रिकेट करियर एक नज़र में
- 2007 T20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा
- 3 टेस्ट, 25 वनडे, और 7 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व
- कुल 43 इंटरनेशनल विकेट चटकाए
- IPL में 192 विकेट लेकर टॉप-3 सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में शामिल
भावुक पोस्ट में कही दिल छू लेने वाली बातें
चावला ने अपने पोस्ट में लिखा:
“दो दशक से ज़्यादा समय तक मैदान पर रहने के बाद अब समय आ गया है कि मैं इस खूबसूरत खेल को अलविदा कहूं।”
उन्होंने इस यात्रा को “वरदान” बताया और कहा कि T20 और वनडे वर्ल्ड कप का हिस्सा बनना उनके जीवन का सबसे खास अनुभव रहा है।
IPL करियर: 192 विकेट और दो खिताब
IPL में पीयूष चावला का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने कई फ्रेंचाइजियों के लिए खेला और दो बार कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ खिताब जीता:
- IPL खिताब: 2012 और 2014 (कोलकाता नाइट राइडर्स)
- कुल विकेट: 192
- टीमें: पंजाब किंग्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस
आईपीएल में टॉप विकेट टेकर की सूची में
वर्तमान में पीयूष चावला IPL इतिहास में संयुक्त रूप से तीसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, सुनील नारायण के साथ।
पिता और कोच को किया याद
चावला ने अपने कोचों केके गौतम और स्व. पंकज सारस्वत का धन्यवाद किया। उन्होंने अपने दिवंगत पिता को खास श्रद्धांजलि देते हुए लिखा:
“उनके बिना यह यात्रा कभी संभव नहीं होती। उनका मुझ पर विश्वास ही मेरी प्रेरणा बना।”
उन्होंने अपने परिवार को इस सफर की रीढ़ बताया।
अब क्रिकेट से परे एक नई शुरुआत
अपने संन्यास की घोषणा में चावला ने कहा:
“आज मेरे लिए बेहद भावनात्मक दिन है। मैं भले ही मैदान से दूर हो जाऊं, लेकिन क्रिकेट हमेशा मेरे दिल में जिंदा रहेगा। अब मैं इस खूबसूरत खेल की भावना को साथ लेकर एक नई यात्रा शुरू करूंगा।”
पीयूष चावला न केवल भारत के लिए एक बेहतरीन स्पिनर रहे, बल्कि IPL के भी साइलेंट चैंपियन रहे हैं। उनका करियर युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। संन्यास के बाद उम्मीद की जा रही है कि वह कोचिंग, मेंटरशिप या कमेंट्री जैसे रोल में नजर आ सकते हैं।