भोपाल में एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ उसके पिता के एक दोस्त के रिश्तेदार (24 वर्षीय युवक) द्वारा बलात्कार और गर्भवती करने का आरोप लगाया गया है। यह घटना तीन महीने पहले हुई थी, लेकिन अस्पताल में जांच के दौरान लड़की के गर्भवती होने का पता चला।
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क्या हुआ?
- समयरेखा: यह घटना फरवरी 2025 में एक पारिवारिक कार्यक्रम के दौरान हुई।
- आरोपी: यह युवक पीड़िता के पिता के दोस्त का बहनोई था। उसने लड़की का मोबाइल नंबर लेकर उससे दोस्ती की और बाद में उसका विश्वास हासिल किया।
- घटना का तरीका: आरोपी ने परिवार के सोने के दौरान लड़की के घर जाकर उसके साथ बलात्कार किया और धमकी देकर चुप रहने को कहा।
घटना का खुलासा कैसे हुआ?
पीड़िता, जो कक्षा 11 की छात्रा है, डर के कारण इस घटना को किसी को नहीं बताई। हालांकि, पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल ले जाने पर उसके गर्भवती होने का पता चला, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
कानूनी कार्रवाई
- एफआईआर दर्ज: भारतीय दंड संहिता (IPC) और पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज किया गया।
- जांच: पुलिस पीड़िता का काउंसिलिंग कर रही है और सबूत जुटा रही है। आरोपी अभी तक फरार है।
पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी गई
सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के अनुसार, पीड़िता की पहचान गोपनीय रखी गई है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- ग्रूमिंग रणनीति: आरोपी ने पारिवारिक संबंधों का फायदा उठाकर पीड़िता का विश्वास हासिल किया।
- शिकायत में देरी: धमकियों और डर के कारण पीड़िताएं अक्सर तुरंत रिपोर्ट नहीं कर पातीं।
- कानूनी सहायता: पॉक्सो एक्ट के तहत नाबालिगों के साथ अपराध करने वालों को सख्त सजा का प्रावधान है।
पीड़िताओं के लिए सहायता
अगर आप या कोई जानकार यौन हिंसा से प्रभावित है, तो संपर्क करें:
- राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) हेल्पलाइन: 7827-170-170
- चाइल्डलाइन: 1098
यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
यह घटना निम्नलिखित बातों की आवश्यकता को रेखांकित करती है:
- जागरूकता: परिवारों को ग्रूमिंग और शोषण के तरीकों के बारे में शिक्षित करना।
- तेज न्याय: पॉक्सो मामलों में त्वरित सुनवाई सुनिश्चित करने के लिए प्रणाली को मजबूत करना।
अपडेट: जांच जारी है। नवीनतम जानकारी के लिए [swadesh news] को फॉलो करें।