रिपोर्टरः उमेश डहरिया
कोरबा: उचित मूल्य की दुकान की अनियमितताओं से परेशान ग्राम भाठीकुंडा की सैकड़ों महिलाएं शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचीं। इन महिलाओं का कहना है कि उन्हें पिछले तीन महीनों से राशन नहीं मिल रहा, जिससे उनके परिवारों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
राशन न मिलने से ग्रामीण परेशान
ग्रामीणों के अनुसार, गांव के 300 से अधिक परिवार सरकारी राशन पर निर्भर हैं, लेकिन उन्हें चावल का वितरण बंद कर दिया गया है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि जब वे राशन लेने जाती हैं तो डिजिटल मशीन में फिंगरप्रिंट स्कैन करवा लिया जाता है, लेकिन उसके बाद भी राशन नहीं दिया जाता।
संचालक पर गोलमोल जवाब देने का आरोप
महिलाओं का कहना है कि जब वे दुकान संचालक से इस बारे में पूछती हैं, तो उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिलता और हर बार कोई न कोई बहाना बना दिया जाता है।
जिलाधीश से लगाई न्याय की गुहार
आक्रोशित महिलाओं ने जिलाधीश से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की और उचित मूल्य की दुकान पर हो रही अनियमितताओं की जांच कर सख्त कार्रवाई करने की अपील की।
प्रशासन ने दिया जांच का आश्वासन
कलेक्ट्रेट पहुंचे अधिकारियों ने महिलाओं को समस्या के जल्द समाधान का भरोसा दिलाया और संबंधित विभाग को इस मामले की जांच के आदेश देने की बात कही।
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