BY: MOHIT JAIN
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एक बार फिर अमेरिकी फंडिंग बिल पास कराने में असफल रहे हैं। शुक्रवार को सीनेट में बिल को 54 वोट मिले, जबकि पास होने के लिए 60 वोट जरूरी थे। इससे अमेरिका में जारी सरकारी शटडाउन चौथे दिन में पहुंच गया है।
डेमोक्रेट्स-रिपब्लिकन टकराव से सरकार ठप

वोटिंग के बाद डेमोक्रेट सांसद सदन से बाहर चले गए। उनका कहना है कि कोविड काल में दी गई हेल्थ केयर सब्सिडी और टैक्स क्रेडिट्स को बहाल किया जाए ताकि आम अमेरिकियों को सस्ता बीमा मिल सके। दूसरी ओर रिपब्लिकन नेता ने डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाया है कि वे राजनीतिक दबाव में सरकार को ठप कर रहे हैं।
गैर-जरूरी विभागों का कामकाज सरकारी शटडाउन के चलते बंद है। करीब साढ़े 7 लाख सरकारी कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा गया है, जिनमें से लगभग 3 लाख की छंटनी की आशंका है।
ट्रम्प बोले- शटडाउन के लिए डेमोक्रेट्स जिम्मेदार
राष्ट्रपति ट्रम्प ने बयान जारी कर कहा कि “सरकार का खुला रहना पूरी तरह डेमोक्रेट्स के हाथ में था। अगर वे समर्थन देते तो शटडाउन टल सकता था।” वहीं डेमोक्रेट नेता चक शूमर ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन हेल्थ केयर प्रोग्राम को सुरक्षित करने से इनकार कर रहा है और यही शटडाउन की वजह है।
अमेरिका में पिछले 50 सालों में 20 बार शटडाउन लग चुका है। 2019 में ट्रम्प के ही कार्यकाल में 35 दिन तक चला सबसे लंबा शटडाउन हुआ था, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा था।
ट्रम्प के लिए यह शटडाउन राजनीतिक दांव भी है और जोखिम भी। अगर यह लंबा खिंचा, तो इसका असर उनकी छवि और अर्थव्यवस्था दोनों पर पड़ेगा।