बहन माही के बर्थडे पर बड़ा भाई अमन केक लाने के लिए रविवार की रात आठ बजे घर से निकला था। रात दस बजे तक भाई के घर नहीं आने पर बहन ने उसे फोन किया। तब अमन ने उसे शराबी युवकों से नोकझोंक होने की जानकारी दी और कहा कि कुछ देर में केक लेकर आ जाएगा। बहन घर पर केक का इंतजार कर रही थी, लेकिन उसे भाई की माैत की खबर मिली। माही अपनी मां निर्मला के साथ रात साढ़े 11 बजे लोकोशेड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंची जहां अमन को भर्ती किया गया था जैसे ये पहुंचे तब तक उसे मृत घोषित कर दिया था।
इकलौते बेटे की मौत की खबर मिलते ही मां बेसुध होने लगीं। पुलिस ने अमन का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अमन के पिता योगेंद्र ने बताया कि उनका बेटा क्रिप्टो ट्रेडिंग का काम करता था। रविवार को वह पटना से श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन लेकर दिल्ली जा रहे थे।
बरेली पहुंचने पर एक रिश्तेदार ने फोन कर बेटे के हादसे में घायल होने की जानकारी दी। देर रात दो बजे वह मुरादाबाद स्टेशन पहुंचे तो बेटे के मौत की जानकारी मिली। उन्होंने बताया कि उनके बेटे का किसी से कोई विवाद नहीं था।
इकलाैते बेटे की माैत से वह आहत दिखे। सोमवार शाम को शव घर पहुंचेने पर चीखपुकार मच गई। आसपास के लोगों और रिश्तेदारों ने परिजनों को ढाढ़स बंधाया।
मृतक अमन कुमार प्रजापति की बड़ी बहन सोनी इंग्लैंड में एक कंपनी में नाैकरी करती हैं। छोटे भाई की माैत की सूचना मिलने पर वह इंग्लैंड से भारत के लिए रवाना हो गईं। बहन के आने पर मंगलवार सुबह अंतिम संस्कार होगा।
लोको पायलट योगेंद्र कुमार प्रजापति की दो बेटियों के अलावा अमन इकलाैता बेटा था। इकलौते बेटे की मौत से मां निर्मला प्रजापति और छोटी बहन का रो-रोकर बुरा हाल है।
थार से मिलीं शराब की बोतलें
घटना के समय अनमोल के अलावा गाड़ी में उसके दो दोस्त लाजपतनगर निवासी सुकेत खन्ना और रेलवे हरथला काॅलोनी निवासी दिव्य चाैधरी भी थे। घटना के समय तीनों नशे में धुत थे। थार गाड़ी को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है।
गाड़ी में शराब की बोतलें मिली हैं। लोगों का कहना है कि घटना से पहले थार चालक अनमोल अरोड़ा कुछ और कार चालकों से रेस लगा रहा था। थार चालक बेकाबू तरीके से गाड़ी चला रहा था।