शारदीय नवरात्र के मौके पर रेलवे ने विंध्याचल और मैहर जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रयागराज जंक्शन और छिवकी से गुजरने वालीं 26 जोड़ी ट्रेनों का इन दोनों स्टेशनों पर ठहराव सुनिश्चित किया है। बृहस्पतिवार तीन अक्तूबर से विंध्याचल में 11 जोड़ी और मैहर में 15 जोड़ी ट्रेनों का अतिरिक्त ठहराव शुरू हो जाएगा। उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि तीन अक्तूबर से 11 अक्तूबर तक इन दोनों स्टेशनों पर ट्रेनों का अतिरिक्त ठहराव होगा।
इन ट्रेनों का मैहर में होगा ठहराव
- 11055/11056 लोकमान्य तिलक-गोरखपुर गोदान एक्सप्रेस
- 11059/11060 लोकमान्य तिलक-छपरा पवन एक्सप्रेस
- 12669/12670 चेन्नई-छपरा गंगा कावेरी एक्सप्रेस
- 19051/19052 वलसाड-मुजफ्फरपुर
- 11045/11046 कोल्हापुर-धनबाद, दीक्षाभूमि एक्सप्रेस
- 15267/15268 लोकमान्य तिलक-रक्सौल
- 18201/18202 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस
- 11037/11038 पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस
- 17609/17610 पूर्णा-पटना एक्सप्रेस
- 22103/22104 लोकमान्य तिलक-अयोध्या कैंट
- 18609/18610 लोकमान्य तिलक-रांची
- 22971/22972 बांद्रा टर्मिनल-पटना
- 22131/22132 पुणे-बनारस ज्ञानगंगा एक्सप्रेस
- 15647/15648 लोकमान्य तिलक-गुवाहाटी
- 19045/19046 सूरत-छपरा ताप्तीगंगा एक्सप्रेस
इन ट्रेनों का विंध्याचल में होगा ठहराव
- 12295/12296 एसएमवीटी बेंगलुरु-दानापुर संघमित्रा एक्सप्रेस
- 12801/12802 पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस
- 12141/12142 लोकमान्य तिलक ट.-पाटलिपुत्र सुपरफास्ट एक्सप्रेस
- 12307/12308 हावड़ा -जोधपुर एक्सप्रेस
- 12487/12488 जोगबनी-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस
- 22307/22308 हावड़ा-बीकानेर एक्सप्रेस
- 12335/12336 लोकमान्य तिलक-भागलपुर एक्सप्रेस
- 15646/15645 लोकमान्य तिलक- गुवाहाटी एक्सप्रेस
- 15648/15647 लोकमान्य तिलक-गुवाहाटी एक्सप्रेस
- 15658/15657 कामख्या-दिल्ली ब्रह्मपुत्र मेल
- 12168/12167 लोकमान्य तिलक ट-बनारस एक्सप्रेस
मध्य रेलवे ने दी ये जानकारी
उत्तर मध्य रेलवे के CPRO शशिकांत त्रिपाठी ने बताया, “वर्तमान समय में कुल 17 जोड़ी ट्रेनें विध्यांचल स्टेशन पर रुकती हैं। इसके अलावा 11 जोड़ी अतिरिक्त ट्रेनों को संचालित किया जाएगा। 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर के बीच इन गाड़ियों का अतिरिक्त ठहराव रहेगा। इसके अलावा क्योंकि लोग अधिक आएंगे तो टिकट खिड़कियों की भी आवश्यकता पड़ेगी। यदि यात्री टिकट नहीं खरीदते हैं तो रेलवे का नुकसान तो होता ही है साथ ही यात्री जिस आस्था के साथ आते हैं वो भी कहीं न कहीं प्रभावित होती है। इसे ध्यान में रखते हुए हमारे द्वारा 5 स्पेशल काउंटरों की शुरूआत की गई है। टिकट काउंटर के अलावा जो मूलभूत आवश्यकताएं हैं जैसे शौचालय और साफ-सफाई की व्यवस्था की गई है। कई बार अधिक भीड़ या किसी अन्य कारण से लोग मेला क्षेत्र पहुंचकर बीमार पड़ जाते हैं। इस संबंध में हमारे 30 स्वास्थ्य कर्मचारी तैनात रहेंगे।”