भारतीय समाचार पोर्टल ‘द वायर’ ने दावा किया है कि सरकार के आदेश पर देशभर के इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (ISPs) ने उसकी वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया है। 9 मई को जारी बयान में पोर्टल ने कहा कि आईटी एक्ट, 2000 के तहत इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के निर्देशों का हवाला दिया गया है।
द वायर ने इस कदम की कड़ी निंदा करते हुए इसे “मनमाना और असंवैधानिक” बताया। पोर्टल ने कहा कि वह इस सेंसरशिप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा: “यह भारत के लिए एक अहम वक्त है, जब सच्ची और निष्पक्ष पत्रकारिता देश की सबसे बड़ी ताकत है। हम इस फैसले का विरोध करते हैं।”
हालांकि, दिल्ली में वेबसाइट सामान्य रूप से खुल रही थी, लेकिन अन्य राज्यों के पाठकों ने एक्सेस में दिक्कत बताई। अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
X (पूर्व में ट्विटर) ने भारत में 8,000 अकाउंट्स किए ब्लॉक
यह घटनाक्रम उस खबर के बाद सामने आया है, जब X (ट्विटर) के ग्लोबल गवर्नमेंट अफेयर्स टीम ने बताया कि भारत सरकार ने कई न्यूज अकाउंट्स और पत्रकारों के अकाउंट्स को रेस्ट्रिक्ट करने का आदेश दिया था। इनमें मकतूब मीडिया, द कश्मीरियत और फ्री प्रेस कश्मीर जैसे अकाउंट्स शामिल थे।
X ने कहा कि उसने भारत में अपनी सेवाएं जारी रखने के लिए सरकार के आदेश का पालन किया, लेकिन इस फैसले से सहमत नहीं है। कंपनी ने कहा, “हमें कई मामलों में यह नहीं बताया गया कि किस पोस्ट ने भारतीय कानून का उल्लंघन किया।”
भारत-पाकिस्तान तनाव बढ़ा, ऑपरेशन सिंदूर का जवाब
यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में नौ आतंकी कैंप्स को निशाना बनाया।
भारतीय सेना ने शुक्रवार को पुष्टि की कि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले किए गए, जिन्हें विफल कर दिया गया। इसके अलावा, लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर सीजफायर उल्लंघन की घटनाएं भी हुईं।
आगे क्या?
द वायर ने पाठकों से समर्थन की अपील करते हुए कहा, “आपके सहयोग ने हमें 10 साल तक चलाया है, और आज हमें आपकी एकजुटता की जरूरत है।”