BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर के बाणगंगा क्षेत्र में रविवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एक शराब दुकान के खिलाफ लंबे समय से विरोध कर रहे स्थानीय लोगों ने अचानक पथराव कर दिया। नाराज रहवासियों की भीड़ ने दुकान पर धावा बोलते हुए जमकर तोड़फोड़ की। वहां मौजूद स्टाफ किसी तरह जान बचाकर भाग निकला।
यह घटना नंदबाग क्षेत्र में हुई, जहां लोग देर रात सड़कों पर इकट्ठा होकर दुकान को हटाने की मांग करने लगे। पुलिस पहले तो भीड़ को समझाने का प्रयास करती रही, लेकिन जब प्रदर्शनकारी उग्र हो गए तो उन्होंने शराब दुकान पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
महिलाओं की अगुवाई में विरोध, फिर लाठीचार्ज
घटना की गंभीरता को देखते हुए महिला पुलिस बल को भी मौके पर भेजा गया। महिला एसआई और पुलिस स्टाफ ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया। हालांकि, इसके बावजूद प्रदर्शनकारी पुलिस पर ही सवाल उठाते हुए मौके से हटने को तैयार नहीं हुए।
बताया जा रहा है कि दो हफ्तों से स्थानीय लोग शराब दुकान को हटाने की मांग कर रहे थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। रविवार को सब्र का बांध टूट गया और विरोध हिंसक रूप ले बैठा।
दर्ज हुआ केस, दुकान मालिक की जानकारी
घटना के बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों सहित करीब 15 नामजद व्यक्तियों और 50 से ज्यादा महिला, पुरुष और बच्चों के खिलाफ पथराव, तोड़फोड़ और बलवे की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस के अनुसार, शराब दुकान रमेश चंद्र राय की है, जो पहले कुशवाह नगर चौराहे पर संचालित थी। हालिया अलॉटमेंट में इसे नंदबाग इलाके में शिफ्ट किया गया था, जिसका लगातार विरोध हो रहा था। रविवार को जब लोगों का गुस्सा फूटा, तो दुकान मालिक और कर्मचारी जान बचाकर भागते नज़र आए।





