मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए चंदन की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। ट्रैक्टर-ट्राली में छिपाकर तस्कर लाल चंदन ले जा रहे थे। जब पुलिस ने वाहन की तलाशी ली, तो 4.5 करोड़ रुपये कीमत का 2,260 किलो लाल चंदन देखकर अधिकारी हैरान रह गए।
गुप्त सूचना के बाद पुलिस ने मारा छापा
मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि उन्हें चंदन तस्करी की गुप्त सूचना मिली थी। इसी आधार पर 16 जुलाई को पुलिस ने वाहन चेकिंग शुरू की। इस दौरान एक ट्रैक्टर-ट्राली को रोककर जांच की गई, जिसमें 180 बंडलों में लाल चंदन छिपा मिला।
जब्त सामग्री:
- 2,260 किलोग्राम लाल चंदन
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत: ₹4.5 करोड़
- ट्रैक्टर-ट्राली के जरिए की जा रही थी तस्करी
फिल्म ‘पुष्पा’ से ली प्रेरणा
एसपी आनंद ने बताया कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि आरोपियों ने चंदन की तस्करी का प्लान फिल्म ‘पुष्पा’ देखकर बनाया। उन्होंने उसी अंदाज में ट्राली में माल छिपाकर तस्करी का प्रयास किया। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी फरार है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पकड़े गए आरोपियों की पहचान निम्न रूप में हुई है:
- यतींद्र राठौर (34 वर्ष), पिता: विष्णु लाल, निवासी: दलपतपुरा
- अजय (19 वर्ष), पिता: श्यामलाल, निवासी: दलपतपुरा
दोनों आरोपी मंदसौर जिले के जीरन थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।
फरार आरोपी की पहचान राजेंद्र उर्फ राजू भाई उर्फ सलीम भाई के रूप में हुई है, जो गोगरीपुरा गांव का निवासी है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने आरोपियों पर कई गंभीर धाराएं लगाई हैं:
भारतीय न्याय संहिता (BNS):
- धारा 303(2)
- धारा 317(5)
मध्य प्रदेश वन उपज (व्यापार) विनियमन अधिनियम, 2000:
- धारा 21
- धारा 22
भारतीय वन अधिनियम, 1927:
- धारा 26
- धारा 33
- धारा 42
मंदसौर पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ लाल चंदन तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किस तरह फिल्मों से प्रेरित होकर अपराधी तस्करी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। हालांकि पुलिस की सक्रियता से यह तस्करी नाकाम हो गई और लाखों रुपये का वन संपत्ति बचा ली गई।