आरबीआई का न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर प्रतिबंध: आपके पैसों का क्या होगा?
मुंबई स्थित न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अगले 6 महीने के लिए पाबंदियां लगा दी हैं। इस कदम से खाताधारकों के मन में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि उनका जमा पैसा कितनी सुरक्षित है। आइए जानते हैं इस स्थिति के बारे में विस्तार से:

बड़ी बातें:
- आरबीआई की कार्रवाई: बैंक की वित्तीय स्थिति खराब होने के कारण, आरबीआई ने न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर यह प्रतिबंध लगाया है। इस बैंक ने पिछले दो सालों से लगातार नुकसान झेला है। 2024 में बैंक को ₹22.78 करोड़ और 2023 में ₹30.75 करोड़ का घाटा हुआ।
- कौन-कौन सी पाबंदियां लगी हैं:
- खाताधारक न तो पैसे निकाल सकते हैं और न ही जमा कर सकते हैं।
- बैंक नए डिपॉजिट स्वीकार नहीं करेगा।
- बैंक कोई नया लोन नहीं दे पाएगा और पुराने लोन का नवीनीकरण भी नहीं हो सकेगा।
- ग्राहक एफडी या डिपॉजिट स्कीम नहीं खोल सकते हैं।
- यह कदम क्यों उठाया गया?: आरबीआई सभी बैंकों की वित्तीय स्थिति की निगरानी करता है। जब किसी बैंक की स्थिति लगातार खराब होती है, तो इस तरह की कार्रवाई की जाती है ताकि खाताधारकों का पैसा सुरक्षित रहे। यह एक अस्थायी कदम है और बैंक को सुधरने का मौका दिया गया है।
- आपके पैसों का क्या होगा?:
- आपके पैसे सुरक्षित रहेंगे। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि बैंक का लाइसेंस रद्द नहीं किया गया है।
- हालांकि, पैसों की निकासी और लेन-देन अगले 6 महीने तक बंद रहेगा।
- क्या यह प्रतिबंध लंबा हो सकता है?: यदि अगले 6 महीनों में बैंक की स्थिति में सुधार नहीं होता, तो आरबीआई यह प्रतिबंध बढ़ा सकता है।
यह कदम बैंक की वित्तीय स्थिति को सुधारने और खाताधारकों के पैसे की सुरक्षा के लिए उठाया गया है। स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है, और आगे के अपडेट दिए जाएंगे।
आगे क्या होगा, इसके लिए बने रहें!