700 अतिशेष शिक्षकों का किया गया समायोजन
📚 युक्तियुक्तकरण से शिक्षा व्यवस्था को मिलेगी मजबूती, 700 शिक्षकों का हुआ समायोजन
महासमुंद, 05 जून 2025 — महासमुंद जिले में शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे युक्तियुक्तकरण अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। जिले के 700 अतिशेष शिक्षकों को नई पदस्थापना देते हुए उन स्कूलों में भेजा गया है जहां शिक्षक अनुपलब्ध या संख्या में बेहद कम हैं। यह निर्णय उन शिक्षकों के लिए झटका साबित हुआ है जो वर्षों से संपर्क और प्रभाव के दम पर एक ही स्कूल में जमे हुए थे।
🏫 1957 स्कूलों में होगा संतुलन, 17 शालाओं का समायोजन
महासमुंद जिले में संचालित कुल 1957 स्कूलों में से केवल 17 स्कूलों का समायोजन किया गया है। बाकी 1940 स्कूल यथावत संचालित रहेंगे। इसमें शामिल हैं:
1265 प्राथमिक स्कूल
489 पूर्व माध्यमिक (मिडिल) स्कूल
61 हाई स्कूल
125 हायर सेकेंडरी स्कूल
👨🏫 700 शिक्षकों की हुई नई पदस्थापना
कलेक्टर विनय कुमार लंगेह, जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक और जिला शिक्षा अधिकारी विजय लहरे ने आज प्रेस वार्ता में बताया कि राज्य शासन के निर्देशानुसार यह युक्तियुक्तकरण किया गया है ताकि शिक्षा व्यवस्था को संतुलित और गुणवत्ता परक बनाया जा सके।
👉 प्रमुख आंकड़े इस प्रकार हैं:
15 प्राथमिक स्कूल शिक्षक विहीन
316 प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षक आधारित
01 पूर्व माध्यमिक शाला शिक्षक विहीन
01 पूर्व माध्यमिक शाला एकल शिक्षक आधारित
प्राथमिक स्कूलों में जरूरत: 535 शिक्षक
पूर्व माध्यमिक स्कूलों में जरूरत: 272 शिक्षक
अतिशेष शिक्षक:
प्राथमिक में 444
पूर्व माध्यमिक में 146
हाई/हायर सेकेंडरी में 110 (व्याख्याता एवं सहायक शिक्षक विज्ञान)
🚨 नहीं दी जॉइनिंग तो होगी कार्रवाई
कलेक्टर लंगेह ने स्पष्ट किया कि सभी शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से अपने नवीन स्कूल में कार्यभार ग्रहण करना अनिवार्य है। यदि कोई शिक्षक आदेश का पालन नहीं करता है तो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम के तहत विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
🎯 युक्तियुक्तकरण का उद्देश्य
राज्य शासन का उद्देश्य विद्यालयीन शिक्षा को अधिक सुव्यवस्थित, समावेशी और प्रभावी बनाना है। कलेक्टर लंगेह ने कहा:
“यह प्रक्रिया शिक्षकों की संतुलित उपलब्धता सुनिश्चित करती है जिससे हर विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।”