BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को एक और करारा झटका लगा है। पाकिस्तान ने चीन से भारी-भरकम कीमत पर जो HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम खरीदा था, उसे भारतीय सेना ने एक ही झटके में ध्वस्त कर दिया। लाहौर में तैनात यह हाई-टेक डिफेंस सिस्टम, जिसे पाकिस्तान अपनी हवाई सुरक्षा की रीढ़ मानता था, अब मलबे के ढेर में तब्दील हो चुका है।
भारत के जवाबी हमले में उजड़ा लाहौर का सबसे बड़ा रडार बेस
भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने के दौरान यह देखा गया कि पाकिस्तान का रडार सिस्टम भारतीय मिसाइलों की मौजूदगी तक नहीं पहचान पाया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, लाहौर में स्थित एक प्रमुख वायु रक्षा रडार को ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट कर दिया गया। यह वही जगह थी जहां से पाकिस्तान भारतीय सीमाओं की निगरानी कर रहा था।
HQ-9 सिस्टम बना मज़ाक
चीन से खरीदे गए इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को लेकर पाकिस्तान ने बड़े दावे किए थे। यह दावा किया गया था कि HQ-9 सिस्टम की रेंज 120 से 250 किलोमीटर तक है और यह एयरक्राफ्ट, क्रूज मिसाइल और यहां तक कि बैलेस्टिक मिसाइलों को भी इंटरसेप्ट कर सकता है। लेकिन भारतीय हमले में यह तकनीक कोई काम नहीं आ सकी।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह सिस्टम या तो भारत की मिसाइलों को डिटेक्ट ही नहीं कर पाया, या फिर डिटेक्ट करने के बावजूद प्रतिक्रिया नहीं दे सका। पाकिस्तान ने इस सिस्टम को चीन से भारी भरकम खर्च कर आयात किया था, लेकिन यह तकनीक भारतीय रक्षा क्षमताओं के सामने टिक नहीं सकी।
S-400 और पैट्रियट सिस्टम से भारत की बढ़त
भारत के पास पहले से ही रूस का आधुनिक S-400 ट्रायंफ सिस्टम है और कुछ हद तक पैट्रियट जैसी क्षमताएं भी विकसित की जा चुकी हैं। बताया जाता है कि चीन ने HQ-9 को अमेरिकी और रूसी तकनीकों की नकल कर विकसित किया, लेकिन यह प्रणाली भारत की एडवांस्ड स्ट्राइक क्षमताओं के सामने पूरी तरह फेल साबित हुई।