मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में 100 से भी अधिक लोग अपनी मोटरसाइकिलें लेकर बंद पड़े रेलवे ट्रैक पर दौड़ते नजर आ रहे हैं। यह ट्रैक न केवल सात साल से बंद है, बल्कि उसके नीचे गहराई लिए हुए खतरनाक चंबल नहर भी बह रही है।
क्या है पूरा मामला?
बिजली संकट ने बढ़ाई परेशानी
श्योपुर जिले के सलापुरा इलाके में शुक्रवार को आदिवासी समुदाय के लोगों ने बिजली समस्या के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के चलते सलापुरा पुलिया पर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया।
बाइकर्स का ‘रेलवे रूट’
जाम से परेशान लोगों ने बिना देर किए एक नया रास्ता तलाशा— सात साल से बंद पड़ा नैरो गेज रेलवे ट्रैक।
- एक युवक ने सबसे पहले बाइक ट्रैक पर चढ़ाई।
- उसे देखकर अन्य लोग भी पीछे-पीछे अपनी बाइकें लेकर रेलवे लाइन पर आ गए।
- देखते ही देखते 200 से ज्यादा बाइक सवार ट्रैक पर दिखाई देने लगे।
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि लोग जोखिम भरे इस मार्ग पर ऐसे बाइक चला रहे हैं जैसे वह कोई नेशनल हाईवे हो।
जान जोखिम में डालकर पार की चंबल नहर
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— SWADESH NEWS (@swadesh_news) July 1, 2025
इस बंद रेलवे ट्रैक पर एक पुलिया है, जिसके ठीक नीचे चंबल नहर बहती है।
- यह पुलिया नैरो गेज की है, जिस पर बाइक चलाना बेहद खतरनाक है।
- थोड़ी सी चूक होती, तो लोग सीधे नहर में गिर सकते थे, जिससे जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता था।
- हैरानी की बात यह रही कि लोगों को अपनी जान की बिल्कुल परवाह नहीं थी।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस वीडियो के सामने आने के बाद लोगों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं कि इतनी बड़ी घटना के वक्त प्रशासन या पुलिस का कोई अधिकारी मौके पर क्यों नहीं था?
- किसी ने भी लोगों को रोकने या चेतावनी देने की कोशिश नहीं की।
खतरे से खेलते लोग और सोता प्रशासन
इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया कि जब व्यवस्था विफल हो जाती है, तो लोग खतरनाक रास्ते अपनाने से भी पीछे नहीं हटते। सात साल से बंद रेलवे ट्रैक पर 200 से अधिक बाइकर्स का उतरना न केवल लापरवाही है, बल्कि यह प्रशासन की अनदेखी और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलता है।