प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 सितंबर 2025 को मिजोरम की ऐतिहासिक बइरबी-सायरंग रेलवे लाइन का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही राज्य को भारतीय रेल नेटवर्क से जोड़ने का सपना पूरा होगा। राजधानी आइजोल में होने वाले इस समारोह में पीएम मोदी तीन नई ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जो मिजोरम की कनेक्टिविटी और विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगी।
कौन-सी ट्रेनों को मिलेगी हरी झंडी?
पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान आइजोल से चलने वाली तीन नई ट्रेनों की शुरुआत होगी:
- आइजोल–दिल्ली एक्सप्रेस
- आइजोल–कोलकाता एक्सप्रेस
- आइजोल–गुवाहाटी एक्सप्रेस
इन ट्रेनों से मिजोरम की राजधानी सीधे देश के प्रमुख शहरों से जुड़ जाएगी।
बइरबी-सायरंग रेलवे लाइन की अहमियत
- लंबाई: 51.38 किलोमीटर
- लागत: ₹8,213.72 करोड़
- निर्माण शुरू: 2015
- सुरंगें: 48 (कुल लंबाई 12.8 किमी, यानी लगभग 25%)
- पुल: 55 बड़े और 87 छोटे पुल
यह रेलवे लाइन पहले आइजोल को असम के सिलचर से जोड़ेगी और फिर देश के अन्य हिस्सों से कनेक्शन उपलब्ध कराएगी।
क्या फायदे होंगे इस रेल परियोजना से?
नई रेलवे लाइन से मिजोरम को कई तरह के लाभ मिलने वाले हैं:
- यात्री और माल ढुलाई के लिए तेज और सुविधाजनक विकल्प
- सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा
- पर्यटन और व्यापार के नए अवसर
- हजारों नए रोजगारों का सृजन
- राज्य की लंबे समय से चली आ रही आकांक्षाओं की पूर्ति
पीएम मोदी की ऐतिहासिक यात्रा की तैयारियां
मिजोरम सरकार इस अवसर को भव्य बनाने में जुटी है।
- मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने तैयारियों की समीक्षा की है।
- मुख्य सचिव खिल्ली राम मीणा ने सभी व्यवस्थाओं का ब्योरा प्रस्तुत किया।
- आइजोल नगर निगम (AMC) ने नागरिकों से पीएम मोदी के काफिले के मार्ग पर दुकानों और ठेलों को अस्थायी रूप से बंद रखने की अपील की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मिजोरम दौरा राज्य के विकास की नई राह खोलेगा। पहली रेलवे लाइन और नई ट्रेनों की शुरुआत से मिजोरम न केवल भारत के बाकी हिस्सों से बेहतर जुड़ पाएगा, बल्कि यहां के लोगों को आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन संबंधी नए अवसर भी मिलेंगे।