by: vijay nandan
श्रीनगर: कश्मीर में शुक्रवार को इस सर्दी के मौसम की पहली बर्फबारी हुई। हिमालय घाटी के गुलमर्ग, सोनमर्ग और गुरेज में पहाड़ों की चोटियां बर्फ से ढक गईं। ऊँचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई, वहीं श्रीनगर और आसपास के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग ने पहले ही अनुमान जताया था कि जम्मू-कश्मीर में 5 से 7 अक्टूबर के बीच भारी बारिश और बर्फबारी हो सकती है। लेकिन इसके दो दिन पहले ही यानि 3 अक्टूबर शुक्रवार से ही मौसम में बदलाव देखा गया। इस मौसमी परिवर्तन से पर्यटकों में खुशी और स्थानीय लोगों में उत्सव जैसा माहौल देखने को मिल रहा है।
उधर बिहार और छत्तीसगढ़ में आज भारी बारिश के मद्देनजर रेड अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार, बिहार के सभी 38 जिले और छत्तीसगढ़ के 28 जिले तेज बारिश की संभावना वाले इलाकों में आते हैं। बिहार के कई जिलों में गुरुवार को भी भारी बारिश हुई, जिससे दुर्गा पंडालों में 2-3 फीट तक पानी भर गया।
#WATCH | Jammu & Kashmir | Upper reaches of Gulmarg receive season's first snowfall. pic.twitter.com/sYPSlkiDWP
— ANI (@ANI) October 3, 2025
मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश की संभावना जताई है। बारिश का यह दौर 6 और 7 अक्टूबर तक जारी रहने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में सुबह भारी बारिश के साथ ओले गिरे। वहीं, धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं में गुरुवार रात हल्की बर्फबारी हुई। इससे धर्मशाला का न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। जल्द ही हिमाचल प्रदेश में ठंड का मौसम शुरू होने की संभावना है। ओडिशा में भारी बारिश का मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी में बने गहरे दबाव या चक्रवात हैं, जो तेज हवाओं और नमी के साथ भारी वर्षा लाते हैं। पश्चिम बंगाल में बंगाल की खाड़ी और कभी-कभी मानसून की बची हुई नमी बारिश का कारण बनती है। बिहार में अक्टूबर में होने वाली बारिश अक्सर पश्चिमी विक्षोभ या बंगाल की खाड़ी के प्रभाव से होती है।