BY: MOHIT JAIN
ग्वालियर इन दिनों जैन समाज की आस्था और भक्ति का अद्भुत नज़ारा देख रहा है। भगवान पार्श्वनाथ के मोक्ष कल्याणक महोत्सव के मौके पर 600 किलो शक्कर से बना 23 फीट ऊंचा लाडू तैयार किया गया है। गुरुवार सुबह इसे चंपाबाग बगीची में भगवान को अर्पित किया जाएगा।
14 हलवाई, 600 किलो शक्कर और 18 घंटे की मेहनत
निर्वाण लाडू का निर्माण किसी चुनौती से कम नहीं था।
- 26 जुलाई से इसकी तैयारी शुरू की गई थी।
- कुल 14 हलवाई दिन-रात लगे रहे।
- करीब 18 घंटे की लगातार मेहनत के बाद लाडू तैयार हुआ।
- इसके लिए एक विशेष बड़ा सांचा बनवाया गया।
सकल जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया, “मध्य प्रदेश के इतिहास में ऐसा लाडू न पहले बना है और न ही कहीं अर्पित हुआ है।”
तीन दिन चला मोक्ष कल्याणक महोत्सव
आचार्य सुबल सागर महाराज के सानिध्य में यह आयोजन 29 जुलाई से शुरू हुआ था।
- पहले दिन सुबह प्रभावना वाहन रैली निकाली गई।
- दूसरे दिन सहस्त्रनाम विधान और आचार्यश्री के प्रवचन हुए।
- भक्तों ने पार्श्वनाथ स्त्रोत, पार्श्वनाथ चालीसा और भक्तामर स्त्रोत गाकर माहौल भक्तिमय हो गया।
गुरुवार को सुबह से ही विधान के बाद निर्वाण लाडू अर्पित करने की तैयारियां चल रही हैं।
समाज की बड़ी भागीदारी
इस आयोजन में थाटीपुर, किलागेट, लश्कर और मुरार की सभी जैन संस्थाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। समाज के लोगों ने इस लाडू के लिए 600 किलो शक्कर दान में दी थी।
ग्वालियर का यह आयोजन जैन समाज की एकता और श्रद्धा का जीवंत उदाहरण है। 23 फीट ऊंचा यह निर्वाण लाडू सिर्फ एक भोग नहीं, बल्कि आस्था का प्रतीक है, जो आने वाले वर्षों तक लोगों की यादों में बसा रहेगा।