रिपोर्टर, आकाश सेन, अपडेट योगानंद श्रीवास्तव
भोपाल, राजभवन में बुधवार को आयोजित एक विशेष समारोह में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 100 दिवसीय निःक्षय शिविर अभियान की सराहना करते हुए इससे जुड़ी टीमों और सहयोगियों को सम्मानित किया। इसी अवसर पर स्वस्थ यकृत मिशन का भी औपचारिक शुभारंभ किया गया।
अभियान की सफलता का श्रेय टीम वर्क को: राज्यपाल
राज्यपाल श्री पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि टी.बी. उन्मूलन के लिए चलाया गया यह अभियान बेहतरीन योजना और समर्पित टीम वर्क का परिणाम है। उन्होंने विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में 5,000 से अधिक टी.बी. मुक्त ग्राम पंचायतों की उपलब्धि को एक मिसाल बताया। उन्होंने संक्रमण नियंत्रण और समय पर दवा सेवन की महत्ता पर बल देते हुए जनता में जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता जताई।
संयमित जीवनशैली भारतीय संस्कृति की विशेषता: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत में सदियों से निरोग रहने की अवधारणा रही है, जो आयुर्वेद, योग और ऋतुचर्या जैसी पद्धतियों में देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि सरकार वर्ष 2028 तक राज्य को टी.बी. मुक्त बनाने हेतु कटिबद्ध है और इस दिशा में हर स्तर पर ठोस प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने डॉ. शिव कुमार सरीन का उल्लेख करते हुए बताया कि 72 वर्षीय पद्म भूषण से सम्मानित डॉक्टर आज भी प्रतिदिन व्यायाम करते हैं, जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का उदाहरण है।
उप मुख्यमंत्री ने बताई स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धियां
उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा इस अभियान के लिए विशिष्ट सम्मान प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि अब तक 90 लाख नागरिकों की डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और फैटी लिवर जैसी बीमारियों की जांच की जा चुकी है। अंगदान और देहदान को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने विशेष सम्मान योजना की भी घोषणा की है।
लिवर स्वास्थ्य को लेकर किया गया जागरूकता आह्वान
इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज के निदेशक पद्म विभूषण डॉ. शिव कुमार सरीन ने बताया कि फैटी लिवर की रोकथाम में भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि लिवर की जांच के लिए कमर की माप, वजन और ऊंचाई का अनुपात उपयोगी संकेतक हो सकते हैं।
विशेष उपलब्धियों पर हुए सम्मान
- टी.बी. चैंपियन सम्मान: विदिशा की कु. अंजली दांगी और मंडला के श्री ओम बैगा।
- नि:क्षय मित्र सम्मान: जबलपुर के श्री मीनेष कुमार जैन और मंदसौर के श्री विशाल गोयल।
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जिले: छिंदवाड़ा, मंदसौर, नीमच, सीहोर और नरसिंहपुर।
- सर्वाधिक टी.बी. मुक्त पंचायतें घोषित: सिवनी और बैतूल जिले।
- विशिष्ट ग्राम पंचायतें: मंडला की कन्हार पंचायत, बालाघाट की पटवा पंचायत, छिंदवाड़ा की सावरवानी पंचायत।
सराहनीय योगदान के लिए सम्मानित हुए संस्थान और अधिकारी
आईओसीएल, यूपिन, एनपीसीआईएल और ग्रीन कंपनी सहित अनेक संगठनों को सामाजिक सहयोग के लिए सम्मानित किया गया। वहीं, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों जैसे उमेश शर्मा, सिद्धेश शर्मा, सुषमा शर्मा, नरेंद्र शर्मा, निशा ए.ए.एम., और शारदा प्रसाद गुप्ता को भी विशेष योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।
भविष्य की योजनाएं और नई पहल
- 2.5 करोड़ नागरिकों की स्वस्थ यकृत मिशन के तहत स्क्रीनिंग की योजना।
- “यकृत बचेगा, जीवन सजेगा” अभियान के तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा।
- अंग प्रत्यारोपण के लिए राज्य में बेहतर सुविधाओं के विकास पर जोर।
कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा निःक्षय मित्र अभियान पर आधारित पुस्तिका का विमोचन और ‘स्वस्थ यकृत मिशन’ के पोस्टर का अनावरण भी किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित:
मुख्य सचिव के.सी. गुप्ता, लोक स्वास्थ्य आयुक्त तरुण राठी, और एनएचएम संचालक सलोनी सिडाना ने इस आयोजन को सफल बनाने में प्रमुख भूमिका निभाई।