मध्य प्रदेश के मंदसौर के बीजेपी नेता मनोहर लाल धाकड़ का एक्सप्रेस-वे वीडियो कांड इन दिनों सोशल मीडिया और खबरों में छाया हुआ है। इसी बीच, एक वायरल वीडियो में ‘बीकानेर की शेरनी’ नामक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर को भी इस विवाद से जोड़ा जा रहा है। हालांकि, वनइंडिया हिंदी की फैक्ट चेक टीम ने इस दावे को गलत बताया है। इस लेख में हम आपको वायरल वीडियो की असली कहानी, बीकानेर की शेरनी कौन हैं, और मनोहर लाल धाकड़ कांड की पूरी जानकारी देंगे।
वायरल वीडियो का दावा और असली स्थिति
सोशल मीडिया पर ‘बीकानेर की शेरनी’ नाम से वायरल हो रहे वीडियो को मनोहर लाल धाकड़ के एक्सप्रेस-वे कांड से जोड़ा जा रहा है। इस वीडियो में लड़की रोते हुए अपनी आपबीती बयान करती नजर आ रही है। कई ट्विटर और फेसबुक पोस्ट्स में इसे इस कांड से जोड़कर गलत जानकारी फैलाई जा रही है।
मुख्य दावे
- लड़की के साथ धमकी देकर अश्लील व्यवहार किया गया।
- पुलिस भी मामले में गलत बर्ताव कर रही है।
- बीकानेर की शेरनी ने खुद अपने वीडियो में अपनी पीड़ा जाहिर की है।
लेकिन Swadesh News की जांच में क्या सामने आया?
फैक्ट चेक: बीकानेर की शेरनी के वीडियो की सच्चाई
Swadesh news की टीम ने Google Lens और अन्य रिवर्स इमेज सर्च टूल्स का उपयोग कर वीडियो की पड़ताल की। पता चला कि ये वीडियो:
- मार्च 2025 और अगस्त 2024 के पुराने वीडियो हैं।
- इनका मनोहर लाल धाकड़ कांड से कोई संबंध नहीं है।
- वीडियो में दिखाई गई लड़की, जो ‘बीकानेर की शेरनी’ के नाम से मशहूर हैं, वास्तव में राजस्थान की सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मोनिका राजपुरोहित हैं।
वीडियो का संदर्भ
- मार्च 2025 का वीडियो: बीकानेर की शेरनी ने आवारा कुत्तों पर हुई क्रूरता का जिक्र करते हुए एक सीसीटीवी फुटेज शेयर किया था।
- अगस्त 2024 का वीडियो: पुलिस पर मिलीभगत और अन्य आरोपों की शिकायत करती हुई उनकी वीडियो सोशल मीडिया पर थी, जो अफीम केस के दौरान बनी थी।
‘बीकानेर की शेरनी’ कौन हैं?
- असल नाम: मोनिका राजपुरोहित
- उम्र: 23 वर्ष
- स्थान: जयपुर, राजस्थान (जयनारायण व्यास कॉलोनी, बीकानेर)
- प्रसिद्धि: सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और डांसर
- पिछले विवाद: कथित अफीम सेवन और पुलिस गिरफ्तारी की खबरें
मोनिका और उनकी बहन करिश्मा राजपुरोहित सोशल मीडिया पर ‘ओ राजस्थान है प्रधान’ टैगलाइन से वीडियो बनाती हैं और उन्हें राजस्थान में खासा फॉलो किया जाता है।
मनोहर लाल धाकड़ कौन हैं?
- राजनीतिक पृष्ठभूमि: बीजेपी नेता, मंदसौर, मध्य प्रदेश
- विवाद: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर महिला के साथ अश्लील वीडियो वायरल
- स्थिति: वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया, बाद में जमानत मिली
- परिवार: उनकी पत्नी जिला पंचायत सदस्य हैं
वीडियो कैसे बना?
मीडिया सूत्रों के मुताबिक, यह वीडियो 13 मई 2025 को एक्सप्रेस-वे पर टोल नाके के CCTV में रिकॉर्ड हुआ। वीडियो लगभग 7 मिनट का है और कई हिस्सों में वायरल हो चुका है।
एक्सप्रेस-वे कंट्रोल रूम कर्मचारियों पर आरोप
मनोहर लाल धाकड़ के वीडियो के वायरल होने के पीछे कथित रूप से एक्सप्रेस-वे के कंट्रोल रूम के कर्मचारियों द्वारा ब्लैकमेलिंग का आरोप भी लगा है। पैसे न देने पर वीडियो को सार्वजनिक कर दिया गया। इसके बाद संबंधित कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया गया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
- मनोहर लाल धाकड़ के खिलाफ सार्वजनिक अश्लीलता, जान-माल को खतरे में डालने और सामूहिक अपराध की धाराओं में केस दर्ज।
- महिला की पहचान एक सरकारी स्कूल टीचर के रूप में हुई है, जो अभी पुलिस की तलाश में है।
- धाकड़ महासभा ने उन्हें राष्ट्रीय मंत्री पद से हटा दिया।
राजनीति और सामाजिक प्रतिक्रिया
- कांग्रेस ने एक्सप्रेस-वे पर गंगाजल छिड़ककर और गायत्री मंत्र जप कर स्थान की शुद्धि की।
- मामला पूरे प्रदेश और देश में चर्चा का विषय बना हुआ है।
निष्कर्ष: क्या है सच?
दावा | तथ्य | फैक्ट चेक रेटिंग |
---|---|---|
वायरल वीडियो में दिख रही लड़की ‘बीकानेर की शेरनी’ है और वह मनोहर लाल धाकड़ कांड से जुड़ी है | वीडियो पुराने हैं और उनका इस कांड से कोई संबंध नहीं | Mostly False |
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को संदर्भ से हटाकर गलत दावे किए जा रहे हैं। बीकानेर की शेरनी के नाम से मशहूर मोनिका राजपुरोहित के ये वीडियो मनोहर लाल धाकड़ के विवाद से बिल्कुल अलग हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. बीकानेर की शेरनी कौन हैं?
A: वे राजस्थान की एक लोकप्रिय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मोनिका राजपुरोहित हैं।
Q2. मनोहर लाल धाकड़ कौन हैं?
A: वे मंदसौर, मध्य प्रदेश के बीजेपी नेता हैं, जो हाल ही में एक्सप्रेस-वे वीडियो विवाद में फंस गए हैं।
Q3. वायरल वीडियो का असली स्रोत क्या है?
A: वायरल वीडियो पुराने हैं और इनके बीच कोई कनेक्शन नहीं है।