by: vijay nandan
बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने ही वाला है। जल्द ही राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने की संभावना है। इसके साथ ही सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। एनडीए के बाद महागठबंधन में भी सीट शेयरिंग और नए दलों के जुड़ने को लेकर हलचल बढ़ गई है। इसी बीच शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की बड़ी बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस, वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी और वाम दलों के नेता मौजूद थे। बैठक में सीटों के बंटवारे पर चर्चा के साथ ही बड़ा फैसला लिया गया कि अब झारखंड मुक्ति मोर्चा यानि सीएम हेमंत सोरेन और पशुपति पारस की (RLJP) भी महागठबंधन का हिस्सा होंगे। महागठबंधन ने भी 2020 के स्ट्राइक रेट के हिसाब से सीट शेयरिंग फॉर्मूला तैयार कर लिया है. खबर है 15 सितंबर को सीटों का ऐलान कर दिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन में जो सीट शेयरिंग पर सहमति बनी है.. ये है फॉर्मूला।

महागठबंधन का सीट शेयरिंग फॉर्मूला !
बिहार विधानसभा कुल सीट-243
- आरजेडी- 135
- 2020- 144
- जीत- 75
- स्ट्राइक रेट- 52%
कांग्रेस
- कांग्रेस- 66
- 2020- 70
- जीत- 19
- स्ट्राइक रेट- 27%
3 वामपंथी दल
- वाम दल- 25
- 2020 – 29
- जीत- 16
- स्ट्राइक रेट- 55%
- नए साथी- मुकेश सहनी (वीआईपी)- 10
- नए साथी- पशुपति पारस (आरएलजेपी)- 05
- नए साथी- CM हेमंत सोरेन (जेएमएम)- 02
तो बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सियासी पारा चढ़ गया है… महागठबंधन का सीठ फॉर्मूला तैयार हैं..अब ऐलान का इंतजार है..लेकिन ये फॉर्मूला किन समीकरणों पर टिका है? क्या जातिगत संतुलन साधने की कवायद हुई है या फिर चुनावी गणित का नया फॉर्मूला बना है? आगे कौन-सी सीट, किसके खाते में जाएगी और इस फार्मूले का एनडीए को क्या जवाब होगा। यही बड़े सवाल हैं…तमाम सवालों को लेकर शुरू करते हैं चर्चा..हमारे साथ खास मेहमान हैं।