भिंड, 11 अप्रैल 2025 (विशेष संवाददाता): मध्य प्रदेश के भिंड जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-719 (NH-719) को दो लेन से छह लेन में विस्तारित करने की मांग को लेकर उठा जन आंदोलन अब राज्य सरकार के लिए बड़ी चुनौती बनता जा रहा है। यह राजमार्ग मध्य प्रदेश को उत्तर प्रदेश के इटावा से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है, जिस पर रोजाना हजारों वाहनों का आवागमन होता है।
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आंदोलन की पृष्ठभूमि
स्थानीय निवासियों और संत समाज का आरोप है कि:
- वर्तमान दो-लेन सड़क पर भारी यातायात के कारण रोजाना 4-5 घंटे का जाम लगता है
- पिछले तीन वर्षों में इस मार्ग पर 200+ सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं
- ट्रकों और भारी वाहनों की अधिकता के कारण सड़क की स्थिति खराब हो चुकी है
- आपातकालीन वाहनों को मरीजों को ले जाने में देरी होती है
आंदोलन के प्रमुख बिंदु
- संत समाज की भूमिका:
- संत कालिदास महाराज के नेतृत्व में 500+ संतों ने धरना प्रदर्शन किया
- प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक भजन-कीर्तन के साथ विरोध प्रदर्शन
- सरकार को 15 अप्रैल तक का अल्टीमेटम दिया गया
- जनभागीदारी:
- स्थानीय व्यापार मंडल ने 2 दिनों तक बाजार बंद रखने का फैसला किया
- 50+ गांवों के किसानों ने ट्रैक्टरों पर “हमें चाहिए छह लेन सड़क” के पोस्टर लगाए
- स्थानीय युवाओं ने सोशल मीडिया पर #SaveNH719 अभियान चलाया
- प्रशासनिक प्रतिक्रिया:
- भिंड कलेक्टर ने मामले की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय भेजी है
- NHAI (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के अधिकारी स्थल निरीक्षण के लिए आने वाले हैं
- पुलिस ने धारा 144 लागू कर प्रदर्शन स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी

तकनीकी पहलू एवं चुनौतियां
पैरामीटर | वर्तमान स्थिति | प्रस्तावित योजना |
---|---|---|
लेन संख्या | 2 लेन | 6 लेन (3+3) |
लंबाई (भिंड सेक्शन) | 78 किमी | 82 किमी (नया एलाइनमेंट) |
अनुमानित लागत | – | ₹1,200 करोड़ |
भूमि अधिग्रहण | – | 12 गांवों की 200 हेक्टेयर जमीन |
समयसीमा | – | 3 वर्ष (यदि शीघ्र शुरू हो) |
स्थानीय लोगों की मांगें
- राजमार्ग पर आपातकालीन सर्विस लेन बनाई जाए
- प्रत्येक 20 किमी पर ट्रॉमा सेंटर स्थापित किए जाएं
- सड़क किनारे सीसीटीवी कैमरे और स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं
- निर्माण कार्य शुरू होने तक अस्थायी बाईपास बनाया जाए
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
- भाजपा विधायक संदीप अग्रवाल ने कहा: “हम केंद्र सरकार से इस मुद्दे को उठा रहे हैं”
- कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया: “सरकार जानबूझकर इस क्षेत्र की उपेक्षा कर रही है”
- सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट किया: “एमपी के सभी प्रमुख राजमार्गों के उन्नयन पर काम चल रहा है”
आर्थिक प्रभाव
- भिंड-इटावा मार्ग पर प्रतिदिन 8,000+ ट्रकों का आवागमन
- सड़क जाम के कारण किसानों को 30-40% अधिक परिवहन लागत वहन करनी पड़ती है
- पर्यटन व्यवसायियों का दावा: “खजुराहो जाने वाले 20% पर्यटक इस मार्ग से जाते हैं”
ऐतिहासिक संदर्भ
- NH-719 को 2018 में राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित किया गया था
- 2022 में मंजूर हुई DPR (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) अभी तक लागू नहीं हुई
- पिछले साल इस मार्ग पर एक हादसे में 12 छात्रों की मौत हो चुकी है
भविष्य की रणनीति
आंदोलनकारियों ने घोषणा की है कि यदि 15 अप्रैल तक कोई ठोस जवाब नहीं मिला तो:
- भिंड से भोपाल तक पैदल यात्रा निकाली जाएगी
- NH-719 पर सांकेतिक रूप से मानव श्रृंखला बनाई जाएगी
- दिल्ली स्थित NHAI मुख्यालय पर ज्ञापन सौंपा जाएगा