BY: Yoganand Shrivastva
मुंबई: बॉलीवुड की उभरती हुई अदाकारा जिया खान की अचानक हुई मौत को अब लगभग 12 साल हो चुके हैं, लेकिन यह मामला आज भी रहस्य बना हुआ है। 3 जून 2013 को, जिया का मृत शरीर उनके मुंबई स्थित अपार्टमेंट में पाया गया था। उस समय उनकी उम्र महज 25 साल थी। जिया ने कम उम्र में ही पहचान बना ली थी, लेकिन उनकी असमय मौत ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया था।
मामले में जिया के बॉयफ्रेंड रहे अभिनेता सूरज पंचोली पर उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा, और लगभग एक दशक तक यह केस कोर्ट में चला। वर्ष 2023 में, सबूतों के अभाव में सीबीआई की विशेष अदालत ने सूरज को बरी कर दिया। अब अभिनेता की मां और दिग्गज अभिनेत्री जरीना वहाब ने इस मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए कई अहम बातें साझा की हैं।
जिया और सूरज का रिश्ता खत्म हो चुका था – जरीना वहाब
एक इंटरव्यू के दौरान जरीना वहाब ने उस कठिन समय को याद किया जब उनका बेटा सूरज पंचोली इस केस में फंसा हुआ था। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिया की मृत्यु के समय सूरज और जिया का रिश्ता टूट चुका था।
जरीना कहती हैं, “जब सूरज और जिया दोस्त थे, तब सलमान खान सूरज को लॉन्च करने जा रहे थे। मैंने सूरज से कहा कि अगर तुम्हारा करियर शुरू होने जा रहा है तो रिलेशनशिप से दूरी बना लो। उसने जिया से बात की और कहा कि हमारे माता-पिता इस रिश्ते के पक्ष में नहीं हैं, इसलिए हमें अलग हो जाना चाहिए। जिया ने पूछा कि क्या वो कभी-कभी उससे मिल सकती है, तो सूरज ने कहा कि एक दोस्त के रूप में तो मिल सकती हो, लेकिन गर्लफ्रेंड के रूप में नहीं।”
साउथ फिल्म से बाहर किए जाने के बाद टूटी थीं – जिया खान
जरीना वहाब ने यह भी बताया कि जिया खान को एक साउथ इंडियन फिल्म के लिए फाइनल किया गया था, लेकिन आखिरी समय पर रकुल प्रीत सिंह को ले लिया गया और जिया को बाहर कर दिया गया। इस घटना से वह बेहद उदास और निराश हो गई थीं।
मौत से पहले सूरज को फोन करने की कोशिश की थी – जरीना का दावा
जरीना ने यह भी खुलासा किया कि जिया ने अपनी मौत से ठीक पहले सूरज को फोन किया था, लेकिन उस समय सूरज किसी शूट के सिलसिले में व्यस्त था और कॉल नहीं उठा सका। बाद में जब सूरज ने फोन देखा, तो उसने जिया को मैसेज किया कि अगर वह बात करना चाहें तो कॉल कर सकती हैं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं सूरज ने ये किया, वो किया, लेकिन सच्चाई कुछ और है। जिया बहुत प्यारी लड़की थी, पर उस समय वह मानसिक रूप से बेहद कमजोर स्थिति में थी। सच क्या है, ये केवल भगवान ही जानता है।”
सूरज को झेलना पड़ा मानसिक और सामाजिक दबाव
जरीना वहाब के अनुसार, इस केस ने सूरज को मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने इस दौरान काफी मानसिक पीड़ा और सामाजिक दबाव झेला। लोग उसे दोषी मानते रहे, जबकि कानूनी प्रक्रिया के बाद उसे बरी कर दिया गया।