मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक तांत्रिक और उसके चेले ने मिलकर जादू-टोने के नाम पर एक सरकारी शिक्षक से ₹12.50 लाख के सोने के गहने ठग लिए। हालांकि, पुलिस की सतर्कता से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अधिकांश माल भी बरामद कर लिया गया है।
कैसे हुई घटना?
पीड़ित शिक्षक पाटू सिंह लंबे समय से अपने परिवार में चल रही बीमारियों और परेशानियों से चिंतित थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात तांत्रिक ओम प्रकाश उर्फ कालू से हुई।
- तांत्रिक ने बताया कि घर में भूत-प्रेत का साया है।
- उसने “विशेष पूजा” करने की सलाह दी।
- पूजा की तैयारी के नाम पर घर की सभी अलमारियां खुलवा ली गईं।
- परिवार के सभी सदस्य अलग-अलग जगह नारियल लेकर बिठा दिए गए।
- महिलाओं को घर से बाहर भेज दिया गया।
चोरी की वारदात ऐसे दी गई अंजाम
पूजा के दौरान, ओमप्रकाश और उसका चेला अलमारी से चुपचाप सभी सोने के गहने निकालकर फरार हो गए। जाते-जाते उन्होंने कहा कि अलमारी 10 दिन तक न खोली जाए क्योंकि पूजा का असर खराब हो सकता है।
सच का खुलासा कैसे हुआ?
कुछ दिन बाद, जब पाटू सिंह को पैसों की जरूरत पड़ी तो उन्होंने तांत्रिक ओमप्रकाश से संपर्क किया। लेकिन ओमप्रकाश ने पिता के निधन का बहाना बनाकर मिलने से इनकार कर दिया।
- यह सुनकर पीड़ित परिवार को शक हुआ।
- पड़ोसियों की सलाह पर जब अलमारी खोली गई, तो उसमें से सभी गहने गायब थे।
पुलिस की तेजी से गिरफ्तारी
घटना की शिकायत मिलते ही बड़वानी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और:
- तांत्रिक ओमप्रकाश उर्फ कालू
- और उसका चेला
को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल गहनों को भी बरामद कर लिया है।
सबक और जागरूकता
यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि कैसे अंधविश्वास और डर का फायदा उठाकर ठग मासूम लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
जरूरी सावधानियां:
- किसी भी तांत्रिक या अज्ञात व्यक्ति को घर में प्रवेश न दें।
- स्वास्थ्य और पारिवारिक समस्याओं के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर या परामर्शदाता की सलाह लें।
- पूजा-पाठ जैसे कार्यों के लिए प्रमाणित पंडित या ब्राह्मण से संपर्क करें।
बड़वानी की यह घटना न सिर्फ एक अपराध की कहानी है, बल्कि समाज में फैले अंधविश्वास पर भी सवाल खड़े करती है। पुलिस की तत्परता से पीड़ित को राहत जरूर मिली, लेकिन यह ज़रूरी है कि आम लोग जागरूक हों और ऐसे झांसे में न आएं।