अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान हादसे को लेकर जांच एजेंसियों ने अपनी जांच तेज़ कर दी है। अब उनका ध्यान विमान की तकनीकी स्थिति और पिछले कुछ दिनों की उड़ानों पर केंद्रित है। उनका प्रयास है यह जानना कि क्या हादसे से पहले कोई खराबी पहले से मौजूद थी, जिसे पायलट या क्रू मेंबर्स ने नोटिस किया हो।
पायलट्स और क्रू मेंबर्स से मांगी गई जानकारी
जांच एजेंसियों ने एयर इंडिया प्रबंधन से संपर्क कर उन पायलटों और क्रू मेंबर्स की डिटेल्स मांगी हैं, जो इस बोइंग विमान को अतीत में उड़ा चुके हैं।
- इन पायलटों से पूछताछ करके यह जानने की कोशिश की जा रही है कि
- क्या विमान में पिछले 7–8 दिनों के भीतर कोई तकनीकी दिक्कत आई थी?
- क्या किसी क्रू सदस्य ने उड़ान के दौरान कोई असामान्य स्थिति अनुभव की थी?
इस तरह की जानकारी दुर्घटना के कारणों को समझने और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने में सहायक हो सकती है।
राहत की खबर: ब्लैक बॉक्स मिल चुका है
जांच के लिहाज़ से सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है। ब्लैक बॉक्स में दर्ज डाटा और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डिंग के जरिए यह पता लगाया जा सकेगा कि हादसे से ठीक पहले विमान में क्या हुआ था।
क्यों ज़रूरी है यह जांच?
इस हादसे से जुड़े सभी पहलुओं को गहराई से समझना जरूरी है ताकि:
- किसी संभावित तकनीकी गड़बड़ी की पहचान की जा सके
- विमान सुरक्षा मानकों को और बेहतर किया जा सके
- भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके
यह खबर भी पढें: एयर इंडिया विमान हादसे में बचे इकलौते यात्री विश्वास कुमार का बयान, संभावित कारणों पर उठे सवाल
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की जांच अब निर्णायक मोड़ पर है। ब्लैक बॉक्स का मिलना और पिछले क्रू से जानकारी जुटाना, दोनों ही कदम हादसे के रहस्य को सुलझाने में मददगार साबित हो सकते हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से यह एक अहम पड़ाव है, जिससे भविष्य की उड़ानों को और सुरक्षित बनाया जा सकेगा।