आगरा में लगातार बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मथुरा के गोकुल बैराज से बीते दो दिनों में लगभग 45 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। इसके बावजूद, नदी का स्तर अभी भी खतरे के निशान से 4.5 फीट नीचे है।
यमुना का जलस्तर पहुंचा 490.5 फीट
सोमवार को यमुना का जलस्तर 490.5 फीट दर्ज किया गया। जबकि आगरा में बाढ़ का खतरे का स्तर 495 फीट तय है।
- दोनों किनारों तक पानी पहुंच चुका है।
- कैलाश घाट, पोइया घाट, बल्केश्वर घाट, हाथी घाट और दशहरा घाट पूरी तरह पानी में डूब गए हैं।
- लंबे समय से सूखी नदी में जमा गंदगी अब पानी के बहाव के साथ बह गई है।
गोकुल बैराज से लगातार छोड़ा जा रहा पानी
- पिछले 2 दिनों में गोकुल बैराज से 45 से 50 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा चुका है।
- सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में यह मात्रा और बढ़ सकती है।
- जलस्तर की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित कर 24 घंटे नजर रखी जा रही है।
- पिछले तीन दिनों से रोजाना औसतन 17 हजार क्यूसिक पानी छोड़ा जा रहा है।
चंबल नदी का जलस्तर घटा
- रविवार को चंबल नदी का जलस्तर घटकर 124 मीटर पर पहुंच गया।
- यह खतरे के निशान से काफी नीचे है।
- हाल ही में आई बाढ़ के कारण बाह और पिनाहट इलाके के कई गांवों में पानी भर गया था।
- अब पानी तो निकल गया है, लेकिन कीचड़ जमा होने से ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
क्या आने वाले दिनों में बढ़ेगा खतरा?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि बारिश का दौर जारी रहा तो यमुना का जलस्तर और बढ़ सकता है। हालांकि फिलहाल हालात नियंत्रण में हैं। प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है ताकि खतरे की स्थिति बनने से पहले ही आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
आगरा में यमुना का जलस्तर फिलहाल खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन गोकुल बैराज से पानी छोड़े जाने और पहाड़ों में बारिश जारी रहने के कारण स्थिति गंभीर हो सकती है। स्थानीय प्रशासन और सिंचाई विभाग पूरी सतर्कता के साथ हालात पर नजर बनाए हुए हैं।