BY: Yoganand Shrivastva
हापुड़, यूपी: उत्तर प्रदेश के हापुड़ से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां उत्तराखंड सरकार के कर्मचारी अरुण कुमार वर्मा का एक ही व्यक्ति के लिए दो अलग-अलग राज्य से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए गए।
उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत अरुण कुमार वर्मा का पहले से ही करणप्रयाग, चमोली, उत्तराखंड में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया गया था। लेकिन एक हापुड़ निवासी महिला की शिकायत पर हापुड़ नगर पालिका ने फर्जी तथ्यों के आधार पर उनका दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया, जिसमें मृतक का स्थान जनपद हापुड़ और पत्नी के रूप में मीना वर्मा का नाम अंकित था।
मामला कैसे सामने आया
शिकायतकर्ता महिला चंद्रकला ने बताया कि उनकी शादी अरुण कुमार वर्मा से 18 नवंबर 2005 को हुई थी और उनके तीन बच्चे हैं। उनके पति की मृत्यु 1 जून 2024 को उत्तराखंड के सरकारी अस्पताल में हुई। इसके बाद चंद्रकला ने मृतक आश्रित लाभ और ग्रेच्युटी के लिए आवेदन किया।
लेकिन उन्हें यह जानकारी मिली कि किसी अन्य महिला ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पहले ही मृतक आश्रित लाभ के लिए आवेदन कर दिया था।
हापुड़ से जारी दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र
जनपद हापुड़ की नगर पालिका ने 19 जुलाई 2024 को दूसरा मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया, जिसमें मृतक की पत्नी के रूप में मीना वर्मा का नाम दर्शाया गया। इस प्रमाण पत्र में मृत्यु का स्थान हापुड़ अंकित किया गया।
चंद्रकला का आरोप है कि यह फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर दूसरी महिला ने उनके पति के मृतक आश्रित लाभ और सरकारी सुविधाओं को हड़पने की साजिश रची।
पुलिस जांच
हापुड़ पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एडिशनल एसपी विनीत भटनागर ने बताया कि दो अलग-अलग राज्य से एक ही व्यक्ति के मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने की गुत्थी को प्राथमिक रूप से जांचा जा रहा है। यदि फर्जीवाड़ा साबित होता है, तो संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पुलिस का कहना है कि फिलहाल दो अलग-अलग प्रमाण पत्रों की सत्यता की पुष्टि की जा रही है, और जांच पूरी होने के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।





