10 FIR में 180 नामजद, 2500 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया
by: vijay nandan
बरेली। हाल ही में बरेली में हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस और प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। अब तक 49 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बरेली विकास प्राधिकरण ने हिंसा में शामिल बताये गए व्यक्तियों से जुड़े तीन होटल सीज कर दिए हैं। इनमें तौकीर रजा के करीबी लोगों के तीन होटल शामिल हैं। प्रशासन का कहना है कि ये होटल हिंसा के दौरान गतिविधियों में शामिल पाए गए थे।

IMC का दफ्तर सील
साथ ही तौकीर रजा की संस्था IMC (इंटरनेशनल मुस्लिम काउंसिल) का दफ्तर भी प्रशासन ने सील कर दिया है। यह कदम हिंसा फैलाने में कथित भूमिका के चलते उठाया गया है।
अधिकारियों का बयान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। प्रशासन ने यह भी कहा कि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है।
बरेली हिंसा का घटनाक्रम: जुमे की नमाज के बाद क्या हुआ था
शहर में जुमे की नमाज के बाद हाल ही में हिंसा भड़क उठी थी। अधिकारियों के अनुसार, नमाज के बाद कुछ समूहों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें पत्थरबाजी और आगजनी जैसी घटनाएँ सामने आईं। हिंसा की शुरुआत- घटना की शुरुआत तब हुई जब नमाज समाप्त होने के बाद नमाजी और कुछ स्थानीय लोग एक दूसरे के बीच विवाद में उलझ गए। विवाद जल्द ही बड़े पैमाने पर फैल गया और कई इलाकों में तनाव पैदा हो गया।
शहर में कानून-व्यवस्था का संकट
झड़पों के दौरान कुछ दुकानों और वाहन को नुकसान पहुंचा। पुलिस ने समय रहते आंसू गैस का प्रयोग और लाठीचार्ज कर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। हालांकि, इसके बावजूद कई लोग घायल हुए और स्थानीय प्रशासन को इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करना पड़ा।
आरोपी और कार्रवाई
हिंसा के बाद प्रशासन ने तुरंत तपास और गिरफ्तारियों की कार्रवाई शुरू की। अब तक दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया गया और प्रभावित इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई।
प्रभावित क्षेत्र और संपत्ति
स्थानीय लोगों के अनुसार, झड़पों के दौरान कुछ होटल, दुकानें और संस्थान भी नुकसान का शिकार हुए। प्रशासन ने प्रभावित स्थलों का दौरा कर सुरक्षा और मरम्मत कार्य शुरू कर दिया।

बरेली बवाल पर CM योगी का सख्त बयान: “मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है”
हालिया हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने कहा, “मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है। हमने उसे और ऐसे किसी भी व्यक्ति को सबक सिखाया है, जो कानून के खिलाफ जाता है।”
सीएम ने यह बयान बरेली में हुई हिंसा और इसके बाद की प्रशासनिक कार्रवाई को लेकर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है और किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि प्रभावित इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल और निगरानी बढ़ा दी गई है। उनका संदेश साफ था कि राज्य में किसी भी तरह की हिंसा और उकसावे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।