रिपोर्ट- सुरेंद्र सोरेन
रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने की मांग एक स्वर में उठी है। गुरुवार को विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन झारखंड सरकार ने यह प्रस्ताव रखा, जिसे सदन में सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। खास बात यह रही कि विपक्ष ने भी इस विषय पर सरकार का साथ दिया।
सदन में प्रस्ताव पारित
विधानसभा में झारखंड के मंत्री दीपक बिरूआ ने शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव रखा। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा इस प्रस्ताव का पूरा समर्थन करती है। साथ ही उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि इस प्रस्ताव में झारखंड के अन्य महान विभूतियों मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा और विनोद बिहारी महतो के नाम भी जोड़े जाने चाहिए।
हाल ही में हुआ था निधन
गौरतलब है कि 4 अगस्त को लंबी बीमारी के बाद शिबू सोरेन का दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में निधन हो गया था। उनके निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर फैल गई थी। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी समेत कई बड़े नेता दिल्ली पहुंचे थे।
शिबू सोरेन का संघर्ष और योगदान
- झारखंड अलग राज्य आंदोलन में अहम भूमिका निभाई।
- महाजनी प्रथा के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आदिवासियों के हक की आवाज बुलंद की।
- आदिवासी अस्मिता की रक्षा और पहचान को मजबूत करने में उनका बड़ा योगदान रहा।
इसी वजह से उनके निधन के बाद आयोजित श्राद्धकर्म में देशभर के कई नेता पहुंचे, जिनमें राजनाथ सिंह, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव समेत कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियां शामिल थीं।





