आगरा के दवा बाजार में शुक्रवार शाम ड्रग विभाग और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई से हड़कंप मच गया। छापेमारी के दौरान नकली दवाओं की बड़ी खेप पकड़ी गई और एक व्यापारी ने मामला दबाने के लिए एक करोड़ रुपये रिश्वत देने की कोशिश की।
ढाई करोड़ की दवाएं बरामद
- गोगिया मार्केट स्थित बंसल मेडिकल एजेंसी और
- मुबारक महल स्थित हेमा मेडिकल स्टोर
पर छापेमारी की गई।
जांच में ढाई करोड़ रुपये की दवाएं बरामद हुईं, जबकि इसके बदले व्यापारी के पास सिर्फ 10 लाख रुपये का बिल मिला।
बरामद दवाओं में शामिल हैं:
- सनोफी कंपनी की एलेग्रा 125 (2 लाख 97 हजार टैबलेट)
- जायडस, सनफार्मा, ग्लैनमार्क जैसी नामी कंपनियों के प्रोडक्ट
देर रात तक नोटों की गिनती
छापेमारी के दौरान व्यापारी हिमांशु अग्रवाल रुपयों से भरा बैग लेकर पहुंचा और विभाग को रिश्वत की पेशकश की। STF ने बैग को जब्त कर लिया और व्यापारी को हिरासत में ले लिया।
शनिवार सुबह तक नोट गिनती का सिलसिला चलता रहा।
जांच और कार्रवाई
- ड्रग विभाग ने कानपुर नगर और बस्ती की तीन टीमों को जांच में लगाया।
- संदिग्ध दवाओं के 14 सैंपल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजे गए।
- कैंट रेलवे स्टेशन पर भी दवाओं की खेप जब्त की गई, जिसे उस्मानी नामक व्यक्ति भेज रहा था।
- इनकम टैक्स और विजिलेंस को मामले की जानकारी दी गई।
कौन-कौन सी टीमें शामिल रहीं
इस कार्रवाई का नेतृत्व एडिशनल एसपी STF राकेश यादव ने किया। टीम में इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा, हेड कांस्टेबल अंकित गुप्ता, प्रशांत चौहान, अमित सिंह, दिनेश गौतम और कांस्टेबल हरपाल शामिल रहे।





