भारतीय रेलवे जल्द ही जनरल कोच (अनारक्षित डिब्बों) में एक बड़ा बदलाव करने जा रहा है। अब हर जनरल बोगी में सिर्फ 150 यात्रियों को ही टिकट जारी किया जाएगा। इस नई योजना की टेस्टिंग नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शुरू हो चुकी है और इसे देशभर में लागू करने की तैयारी की जा रही है।
क्या है रेलवे की नई योजना?
रेल मंत्रालय का उद्देश्य ट्रेनों में अनियंत्रित भीड़ को कम करना और यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव देना है। इस योजना के तहत:
- हर जनरल बोगी में केवल 150 टिकट ही जारी किए जाएंगे।
- टिकटों की संख्या तय होने के बाद अतिरिक्त टिकट नहीं बेचे जाएंगे।
- फिलहाल यह सिस्टम ट्रायल फेज में है और जल्द ही इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है।
भीड़ घटाने के लिए पहले भी उठाए गए कदम
रेलवे ने पहले भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं:
- AC कोच में सीटों का केवल 60% हिस्सा वेटिंग के लिए रखा गया।
- स्लीपर कोच में कुल सीटों का 30% वेटिंग के लिए निर्धारित किया गया।
- ये बदलाव यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा देने के उद्देश्य से किए गए हैं।
क्यों जरूरी हुआ ये बदलाव?
इस योजना के पीछे एक बड़ा कारण है—फरवरी 2025 में हुआ एक सर्वे। इस सर्वे में यात्रियों ने बताया था कि:
- स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ होती है
- अनारक्षित टिकटों के कारण असुविधा बढ़ती है
इन समस्याओं को देखते हुए रेलवे ने इस नई व्यवस्था की योजना बनाई है।
यात्रियों को कैसे मिलेगा फायदा?
नई योजना से यात्रियों को कई तरह की राहत मिलने की उम्मीद है:
- अनियंत्रित भीड़ पर नियंत्रण होगा
- स्टेशनों पर अव्यवस्था कम होगी
- यात्रा होगी ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि नियम सभी कोचों में सख्ती से लागू किए जाएंगे। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा से पहले टिकट बुकिंग की योजना बना लें, क्योंकि अब अनारक्षित कोच में टिकटों की संख्या सीमित रहेगी।
स्टेशन पर होंगे विशेष इंतजाम
रेलवे ने इस सिस्टम को सफल बनाने के लिए स्टेशन स्तर पर भी तैयारियां की हैं:
- अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी
- घोषणाएं और नोटिस बोर्ड के माध्यम से यात्रियों को जानकारी दी जाएगी
- नियमों के सही क्रियान्वयन पर सख्त निगरानी रखी जाएगी
भारतीय रेलवे की यह पहल एक बड़ा और स्वागत योग्य कदम है जो यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई है। यदि यह योजना सफल होती है, तो यात्रियों को न सिर्फ बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा, बल्कि स्टेशन और कोचों में भीड़भाड़ से भी छुटकारा मिलेगा।





