BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली: भारत में मॉनसून की सक्रियता ने देश के अधिकांश हिस्सों में जोरदार बारिश की शुरुआत कर दी है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के चलते भूस्खलन और बाढ़ जैसी स्थितियां उत्पन्न हो गई हैं। इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के विभिन्न राज्यों के लिए भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। खासतौर से उत्तर, पश्चिम, पूर्व और दक्षिण भारत के तटीय व पहाड़ी क्षेत्रों में अगले कुछ दिनों तक मौसम बेहद खराब रहने की संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर का हाल
दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में मानसून ने दस्तक दे दी है। शुक्रवार रात आई भारी बारिश ने गर्मी से राहत तो दिलाई, लेकिन जलभराव जैसी समस्याएं भी देखने को मिलीं।
- 4 से 6 जुलाई तक रुक-रुक कर बारिश होने की संभावना।
- 5 और 6 जुलाई को गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना।
- तापमान में गिरावट के साथ हवा की दिशा भी बदल सकती है।
उत्तर-पश्चिम भारत: पर्वतीय राज्यों पर खतरा
IMD के अनुसार, उत्तराखंड, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की आशंका है।
- 5 से 9 जुलाई तक लगातार वर्षा की संभावना।
- 6 और 7 जुलाई को वर्षा अपने चरम पर हो सकती है।
- उत्तर प्रदेश और जम्मू में तेज हवाएं और बिजली गिरने की आशंका।
- पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ की चेतावनी।
पश्चिम भारत: कोंकण, गोवा और महाराष्ट्र अलर्ट पर
- 4 जुलाई और 6-7 जुलाई के बीच दक्षिण कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में भारी से अति भारी बारिश।
- अरब सागर से आ रही नमी और अपतटीय ट्रफ सिस्टम कारण।
- सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में भी भारी बारिश का पूर्वानुमान।
- सौराष्ट्र के निचले इलाकों में अचानक बाढ़ की संभावना।
मध्य और पूर्वी भारत में भी बारिश का दबाव
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में एक सक्रिय मानसून सिस्टम के चलते भारी बारिश की चेतावनी है।
- 4 से 7 जुलाई तक पूर्वी मध्य प्रदेश में अति भारी बारिश।
- इसके बाद पश्चिमी मध्य प्रदेश में भी जलभराव की स्थिति।
- ओडिशा में 5 जुलाई तक भारी बारिश के आसार।
- बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 9 जुलाई तक गरज के साथ बारिश और तेज हवाएं।
पूर्वोत्तर भारत: मेघालय में हाई अलर्ट
पूर्वोत्तर में भी चक्रवाती प्रणाली के चलते तेज बारिश जारी है।
- असम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा में गरज के साथ बारिश।
- 6 जुलाई को मेघालय में अति भारी वर्षा की चेतावनी।
- संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ा है।
दक्षिण भारत: केरल और कर्नाटक में मूसलाधार बारिश
दक्षिण भारत में तटीय राज्यों में तेज बारिश का दौर जारी है।
- 9 जुलाई तक केरल और तटीय कर्नाटक में भारी बारिश का अनुमान।
- 50 किमी/घंटा तक की तेज हवाएं और समुद्री लहरें चेतावनी का कारण।
- तेलंगाना और तमिलनाडु में भी अलग-अलग तीव्रता की बारिश जारी।
- तेलंगाना में 4 जुलाई को भारी बारिश और गरज-चमक की चेतावनी।
पूरे देश में मौसम रहेगा सक्रिय
देशभर में मौसम विभाग की चेतावनियों को देखते हुए राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है। नदियों में जलस्तर बढ़ने, पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और शहरी इलाकों में जलभराव जैसे संकटों से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन टीमों को मुस्तैद किया जा रहा है।