BY: Yoganand Shrivastva
रुड़की (उत्तराखंड) — उत्तराखंड के रुड़की शहर से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली दुर्घटना की खबर सामने आई है, जहां बारिश के दौरान सड़क पर पैदल चल रही एक युवती को तेज रफ्तार कार ने बेरहमी से रौंद दिया। यह हादसा इतना भयानक था कि युवती ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है और इसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कैसे हुआ हादसा?
यह दर्दनाक घटना सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, बारिश हो रही थी और युवती ऑफिस जाने के लिए छाता लेकर सड़क पार कर रही थी। वीडियो में देखा गया कि एक कार पहले उसकी ओर धीमी गति से बढ़ती है, मानो रुक जाएगी, लेकिन फिर अचानक तेज रफ्तार पकड़ती है और युवती को सीधे कुचल देती है। आसपास मौजूद लोग घटना से स्तब्ध रह गए।
कौन थी पीड़िता?
हादसे की शिकार युवती की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। पुलिस के अनुसार वह रोज की तरह ऑफिस जा रही थी। जैसे ही दुर्घटना की सूचना मिली, पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वाहन को जब्त कर लिया गया है और अब कार चालक की तलाश की जा रही है, जो मौके से फरार हो गया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है। वाहन का नंबर ट्रेस कर लिया गया है और आरोपी ड्राइवर को जल्द गिरफ्तार किए जाने की संभावना है। वहीं, स्थानीय लोग इस घटना को लेकर भारी आक्रोश में हैं और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पहले भी हुआ था बड़ा हादसा – रुद्रप्रयाग में यात्रियों से भरी बस नदी में गिरी
कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में भी एक भयावह हादसा हुआ था। राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से बदरीनाथ जा रहे तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक मिनी बस अलकनंदा नदी में जा गिरी। इस दुर्घटना में अब तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मृतकों में से एक का शव 150 किलोमीटर दूर हरिद्वार में मिला।
बस में कुल 20 श्रद्धालु सवार थे, और हादसा पहाड़ी मोड़ पर वाहन के नियंत्रण से बाहर होने के कारण हुआ बताया जा रहा है।
लगातार हो रहे हादसे – सवालों के घेरे में सड़क सुरक्षा
उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में लगातार हो रही दुर्घटनाएं न सिर्फ प्रशासन के इंतज़ामों पर सवाल खड़े कर रही हैं, बल्कि आम जनता की जान के लिए खतरा बनती जा रही हैं। ऐसे में ज़रूरत है सख्त कानूनों, बेहतर ट्रैफिक मॉनिटरिंग और सड़क सुरक्षा के ठोस उपायों की।