रिपोर्टर: संजीव कुमार, अपडेट: योगानंद श्रीवास्तव
बोकारो जिले में नशे के बढ़ते जाल को तोड़ने के लिए प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। जिले के उपायुक्त (DC) अजय नाथ झा, पुलिस अधीक्षक (SP) हरविंदर सिंह और डीडीसी शताब्दी मजूमदार ने इस गंभीर समस्या को लेकर चिंता जाहिर की है। एक विशेष कार्यक्रम के दौरान उन्होंने साफ कहा कि नशे के नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए सिर्फ सरकारी प्रयास काफी नहीं हैं, समाज को भी जागरूक होकर आगे आना होगा।
डीडीसी शताब्दी मजूमदार ने बताया कि समाज के कुछ वर्ग नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं और नशा अब एक बुरी लत से बढ़कर सामाजिक बीमारी बन चुका है। उन्होंने कहा, “हमें सिर्फ रोकथाम नहीं, बल्कि उन लोगों को भी मदद पहुंचानी होगी जो पहले से इसकी लत में हैं।”
एसपी हरविंदर सिंह ने इस मौके पर कहा कि जब तक समाज नशे को लेकर सक्रिय नहीं होगा, तब तक प्रशासन अकेले इसे पूरी तरह खत्म नहीं कर सकता। उन्होंने नशे के खिलाफ सामाजिक घृणा और जागरूकता पैदा करने पर जोर दिया और कहा कि यदि किसी को अपने आसपास के बच्चों या युवाओं के व्यवहार में बदलाव दिखे, तो बिना झिझक सूचना प्रशासन को दें।
डीसी अजय नाथ झा ने कहा कि “नशे के व्यापार की सप्लाई चेन को तोड़ना बेहद जरूरी है। यदि किसी को नशे से जुड़े किसी भी तरह के अवैध कारोबार की जानकारी है, तो उसे तुरंत प्रशासन को सूचित करना चाहिए। सूचना देने वाले का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।”
अधिकारियों का कहना है कि नशा केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरे समाज को अंदर से खोखला कर रहा है। इस पर नियंत्रण तभी संभव है जब प्रशासन और समाज एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज़ उठाएं।