BY: Yoganand Shrivastva
मुंबई (महाराष्ट्र) – मुंबई के भांडुप इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दंपत्ति ने अंधविश्वास के चलते ढाई साल के मासूम बच्चे पर बर्बरता की। आरोप है कि आरोपी पति-पत्नी ने घरेलू सहायिका के बेटे को बेंत से पीटा और उसके चेहरे व शरीर के हिस्सों को माचिस की तीलियों से जला डाला।
इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। घायल बच्चे को परेल स्थित वाडिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है।
कौन हैं आरोपी?
मुंबई पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान वैभव कोकरे (35) और उसकी पत्नी हर्षदा कोकरे (32) के रूप में हुई है। दोनों भांडुप पश्चिम में रहते हैं और पानी की आपूर्ति का छोटा कारोबार करते हैं।
घटना का खुलासा कैसे हुआ?
एक 37 वर्षीय महिला पिछले कुछ हफ्तों से उनके घर पर घरेलू काम कर रही थी और रोजाना अपने ढाई साल के बेटे को भी साथ लाती थी। बच्चे के रोने पर दंपत्ति को यह शक हुआ कि उसमें भूत-प्रेत का साया है। इसी अंधविश्वास के चलते उन्होंने चार से पांच दिनों तक बच्चे को बुरी तरह प्रताड़ित किया।
‘भूत भगाने’ के नाम पर अमानवीयता
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी दंपत्ति ने बच्चे को बेंत से मारा, फिर उसे माचिस की तीलियों से जलाया। यही नहीं, बच्चे की मां को भी तंत्र-मंत्र और काले जादू के बहाने मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
पुलिस कार्रवाई और कानूनी धाराएं
घटना की जानकारी मिलते ही भांडुप पुलिस मौके पर पहुंची और महिला व उसके बेटे को बचाया गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ महाराष्ट्र मानव बलि निषेध अधिनियम, अमानवीय कुप्रथाओं के उन्मूलन से संबंधित कानून, और चाइल्ड प्रोटेक्शन एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
अदालत ने भेजा पुलिस हिरासत में
दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां उन्हें 30 जून 2025 तक पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि दंपत्ति पहले भी किसी ऐसे कर्मकांड में शामिल रहे हैं या नहीं।
बच्चे की हालत और आगे की जांच
बच्चे का इलाज मुंबई के प्रतिष्ठित वाडिया अस्पताल में जारी है। चिकित्सकों के मुताबिक, बच्चे को गंभीर शारीरिक और मानसिक आघात पहुंचा है। पुलिस महिला के बयान के आधार पर घटना की विस्तृत पड़ताल कर रही है।





