उठाया पेसा कानून का मुद्दा
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शुक्रवार को पाकुड़ जिले के लिट्टीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जामजोड़ी पंचायत के सिमलजोड़ी गांव में आयोजित जन चौपाल कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर हज़ारों की संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे। जनसभा के दौरान रघुवर दास ने आमजन की समस्याएं सुनीं और एक-एक शिकायत पर गंभीरता से चर्चा की।
हेमंत सरकार पर तीखा हमला
जन चौपाल को संबोधित करते हुए रघुवर दास ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब तक पेसा कानून को राज्य में लागू न करना आदिवासी समाज के साथ अन्याय है। उन्होंने चेतावनी दी कि “अगर पेसा कानून लागू नहीं हुआ, तो आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा।”
सरना कोड और जातीय जनगणना पर भी दी प्रतिक्रिया
रघुवर दास ने जातीय जनगणना और सरना धर्म कोड को लेकर भी सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “जातीय जनगणना की मांग तो कांग्रेस की थी, और अब जब केंद्र सरकार यह करवा रही है तो राजनीतिक द्वेष दिखाया जा रहा है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “हेमंत सरकार सरना धर्म कोड को लेकर पेसा कानून से बचना चाहती है। अगर वास्तव में आदिवासियों का सम्मान करना है, तो सबसे पहले राज्य में पेसा कानून को लागू करें।”
जनता से सीधा संवाद
इस कार्यक्रम में रघुवर दास ने ग्रामीणों से सीधे संवाद किया। उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्गों के हित में कार्य करती आई है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि उनके मुद्दे भाजपा के लिए प्राथमिकता में हैं और हर मंच पर उनकी आवाज उठाई जाएगी।