BY: Yoganand Shrivastva
बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिलने से हड़कंप मच गया। ये घटना एक हफ्ते में दूसरी बार सामने आई, जब बम होने की सूचना देकर अफरातफरी फैलाने की कोशिश की गई। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों की जांच में दोनों ही बार यह साबित हुआ कि ये फर्जी धमकियाँ थीं।
धमकी में क्या लिखा था?
13 और 16 जून को दो अलग-अलग ईमेल भेजे गए थे, जिनमें दावा किया गया कि एयरपोर्ट पर दो बम रखे गए हैं। मेल में यह भी चेतावनी दी गई थी कि अगर “प्लान A” फेल होता है, तो “प्लान B” एक्टिवेट कर दिया जाएगा। एक ईमेल में यहां तक लिखा गया कि एयरपोर्ट के शौचालय की पाइपलाइन में बम छिपा हुआ है।
धमकी का मकसद?
एक मेल में भेजने वाले ने दावा किया कि आतंकवादी अजमल कसाब को फांसी देना गलत था और अब उसका बदला लिया जाएगा। इस बयान ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया और एयरपोर्ट परिसर में उच्चस्तरीय तलाशी अभियान चलाया गया।
क्या हुआ जांच में?
एयरपोर्ट सुरक्षा बल (CISF) और केम्पेगौड़ा एयरपोर्ट पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और पूरे क्षेत्र की बारीकी से तलाशी ली गई। हालांकि, कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली और इसे महज एक अफवाह घोषित किया गया।
पुलिस ने उस ईमेल आईडी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है जिससे ये धमकी भेजी गई थी। अब साइबर सेल और खुफिया विभाग की टीम इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
सुरक्षा में नहीं होगी कोई ढील
भले ही ये दोनों धमकियाँ झूठी साबित हुईं, लेकिन एयरपोर्ट प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियाँ पूरी सतर्कता बरत रही हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कोई भी धमकी हल्के में नहीं ली जाएगी, और ऐसी हरकतों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बेंगलुरु जैसे व्यस्त एयरपोर्ट को बार-बार इस तरह की फर्जी धमकियाँ भेजना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था और यात्रियों की मानसिक शांति पर भी असर डालता है। अब यह देखना होगा कि जांच एजेंसियाँ कितनी जल्दी आरोपियों को पकड़कर कार्रवाई करती हैं।