पाकिस्तान एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का शिकार हुआ है। हाल ही में हुए “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारतीय वायुसेना के तीन राफेल फाइटर जेट्स को मार गिराया। लेकिन फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनी Dassault Aviation के CEO एरिक ट्रापियर ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
फ्रांसीसी कंपनी का जवाब: क्या बोले CEO एरिक ट्रापियर?
एक इंटरव्यू में Dassault एविएशन के प्रमुख एरिक ट्रापियर ने कहा:
- भारत सरकार की ओर से ऐसी किसी घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
- पाकिस्तान के तीन राफेल विमान गिराने के दावे तथ्यहीन हैं।
- इस तरह की जानकारी अगर सही होती, तो हमें जरूर पता चलता।
उन्होंने पाकिस्तान के दावों को न केवल अप्रमाणित बताया, बल्कि उनकी विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए।
राफेल: दुनिया का सर्वश्रेष्ठ मल्टी-रोल फाइटर
एरिक ट्रापियर ने राफेल की खूबियों पर प्रकाश डालते हुए कहा:
- यह विमान एयर-टू-एयर, एयर-टू-ग्राउंड, न्यूक्लियर अटैक और नेवी ऑपरेशन में पूरी तरह सक्षम है।
- इसकी तुलना अमेरिकी F-22 और F-35 जैसे जेट्स से की जा सकती है, लेकिन बहु-भूमिकाओं में राफेल कहीं ज्यादा प्रभावशाली है।
- फ्रांस और कई अन्य देशों की रक्षा जरूरतों को राफेल ने पूरी तरह से पूरा किया है।
युद्ध में लक्ष्य सबसे महत्वपूर्ण
एरिक ट्रापियर ने युद्ध की रणनीति को लेकर भी बड़ी बात कही:
- “युद्ध में जीरो लॉस नहीं, बल्कि लक्ष्य प्राप्ति मायने रखती है।”
- उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां भी सहयोगी देशों को नुकसान हुआ था, लेकिन अंतिम जीत उन्हीं की हुई।
- अगर ऑपरेशन सिंदूर में कोई नुकसान हुआ भी हो, तो असली सवाल यही है—”क्या हमारा उद्देश्य पूरा हुआ?”
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पाकिस्तान के झूठे दावे एक बार फिर बेनकाब हो गए हैं। फ्रांसीसी कंपनी Dassault द्वारा दी गई स्पष्टता ने राफेल की ताकत और पाकिस्तान के प्रचार तंत्र की हकीकत सबके सामने ला दी है। राफेल केवल एक फाइटर जेट नहीं, बल्कि आधुनिक युद्ध प्रणाली का विश्वसनीय प्रतीक बन चुका है।