BY: Yoganand Shrivastava
बीजापुर: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों को माओवादियों के खिलाफ जारी अभियान में एक बड़ी सफलता मिली है। राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में चल रही कार्रवाई के दौरान 7 माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं, जिनमें दो की पहचान हो चुकी है। इसके साथ ही मुठभेड़ों के बाद बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किए गए हैं।
बस्तर रेंज के IG ने दी जानकारी
बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक (IG) पी. सुंदरराज ने पुष्टि करते हुए बताया कि 5 से 7 जून के बीच हुई मुठभेड़ों में 7 माओवादियों के शव बरामद हुए हैं। इनमें सीनियर कमांडर गौतम उर्फ सुधाकर (केंद्रीय समिति का सदस्य) और तेलंगाना राज्य समिति के सदस्य भास्कर शामिल हैं।
बाकी 5 माओवादियों की पहचान की प्रक्रिया अभी जारी है।
अभियान में भारी मात्रा में हथियार जब्त
आईजी सुंदरराज ने आगे बताया कि मुठभेड़ स्थलों से दो AK-47 राइफल सहित हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद हुआ है। आसपास के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है ताकि अन्य संभावित माओवादियों को पकड़ा जा सके या इलाके को पूरी तरह सुरक्षित किया जा सके।
सुरक्षाकर्मियों को आईं मामूली चोटें
अभियान के दौरान कुछ जवानों को सांप काटने, मधुमक्खियों के डंक और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं हुई हैं। हालांकि, सभी घायल जवानों को समय पर चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई गई और अब वे खतरे से बाहर हैं।
डॉ. रमन सिंह ने की केंद्र की रणनीति की सराहना
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि, “केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2026 तक देश से नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन तय की है। छत्तीसगढ़ पुलिस पूरी तत्परता से इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम कर रही है और हमें पूरा विश्वास है कि इसमें 100% सफलता मिलेगी।”
लगातार तेज हो रहा है अभियान
पिछले कुछ महीनों में राज्य सरकार और केंद्र के सहयोग से नक्सलियों के खिलाफ कई सफल ऑपरेशन चलाए गए हैं। इस दौरान कई माओवादी मारे गए हैं या सरेंडर कर चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले समय में देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करने की दिशा में यह अभियान निर्णायक साबित होगा।