संवाददाता: सुधेश पांडेय
समाधान शिविर में किया जनसंवाद और विकास की घोषणाएँ
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले के सुदूर और पहाड़ी वनांचल क्षेत्र में बसे ग्राम बिजराकछार में सोमवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आगमन हुआ। सुशासन तिहार के तीसरे चरण के अंतर्गत आयोजित समाधान शिविर में शामिल होने पहुँचे मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामीणों के चेहरे खुशी से खिल उठे। यह क्षेत्र आदिवासी और बैगा विशेष पिछड़ी जनजातियों से आबाद है और राज्य की सीमा पर स्थित है, जहां पहली बार मुख्यमंत्री का आगमन हुआ।
मुख्यमंत्री साय ने छत्तीसगढ़ महतारी एवं सरस्वती माता के समक्ष दीप प्रज्वलन कर शिविर का विधिवत शुभारंभ किया। पारंपरिक खुमरी और गजमाला के साथ ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
शिविर के दौरान मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से आत्मीय संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने डिंडोरी में नए कॉलेज की स्थापना, खुड़िया में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) के उन्नयन और लोरमी में छात्रावास निर्माण की महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने डेढ़ साल के कार्यकाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दी गई अधिकांश गारंटियों को धरातल पर उतार दिया है।
उन्होंने बताया कि सरकार बनने के तुरंत बाद 18 लाख परिवारों को आवास की स्वीकृति दी गई, और 15 मई तक चलने वाले आवास सर्वे के अंतर्गत बचे हुए पात्र लोगों को भी लाभ मिलेगा। किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है और राशि सीधे खातों में स्थानांतरित की जा रही है।
महतारी वंदन योजना और सुकन्या योजना के तहत माताओं को आर्थिक लाभ मिलने की बात कही गई, वहीं तेंदूपत्ता की खरीदी 5500 रुपए प्रति बोरा की दर से की जा रही है। मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ दर्शन का लाभ भी दिलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री साय ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार नवाचार और तकनीक के माध्यम से भ्रष्टाचार की संभावनाओं को खत्म कर रही है। सभी योजनाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है, और भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है।
समाधान शिविर में मिला जबरदस्त प्रतिसाद:
मुंगेली जिले में कुल 1,29,573 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 1,29,565 आवेदनों का समाधान किया जा चुका है। बिजराकछार क्लस्टर के समाधान शिविर में कुल 7,970 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 7,964 का गुणवत्तापूर्ण निराकरण कर दिया गया है। यह शिविर सरकार की तत्परता और सेवा भावना का सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया है।
मुख्यमंत्री के इस दौरे ने ग्रामीणों के बीच उम्मीदों की नई किरण जगाई है, और क्षेत्र के समग्र विकास के प्रति सरकार की गंभीरता को भी दर्शाया है।