आज (19 अप्रैल 2025) HDFC Bank ने जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के अपने नतीजे पेश किए हैं। भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक ने मामूली वृद्धि दर्ज की है, जो विलय के बाद के दौर में उसके सामने आई चुनौतियों को दर्शाता है।
मुख्य आंकड़े:
- शुद्ध ब्याज आय (NII): ₹30,769 करोड़ (पिछले साल की समान तिमाही से 5.8% की वृद्धि)
- शुद्ध लाभ (PAT): ₹17,058 करोड़ (साल-दर-साल 3.3% की वृद्धि)
- शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM): 3.43% (पिछली तिमाही की तुलना में स्थिर)
विश्लेषकों की नजर में:
48 विश्लेषकों में से 42 ने HDFC Bank पर ‘खरीद’ (Buy) की सिफारिश की है। BNP Paribas का लक्ष्य मूल्य ₹2,660 प्रति शेयर है, जबकि B&K Securities का अनुमान ₹1,627 प्रति शेयर है।
डिपॉजिट और लोन ग्रोथ:
- कुल जमा: ₹27.1 लाख करोड़ (सालाना 14.1% की वृद्धि)
- अग्रिम (लोन): ₹26.4 लाख करोड़ (सालाना 5.4% की वृद्धि)
ब्याज दरों में कटौती:
HDFC Bank ने बचत खातों पर ब्याज दरों में 25 आधार अंकों की कटौती की है:
- ₹50 लाख से कम शेष राशि: 2.75% (पहले 3%)
- ₹50 लाख और उससे अधिक: 3.25% (पहले 3.50%)
Goldman Sachs का मानना है कि यह कदम जमा वृद्धि में आत्मविश्वास और RBI की नीति के अनुरूप है।
भविष्य की चुनौतियाँ:
- लोन ग्रोथ पर मैनेजमेंट की टिप्पणी महत्वपूर्ण होगी
- डिपॉजिट ट्रेंड्स पर नजर रखी जाएगी
- NIM को बनाए रखना एक चुनौती हो सकती है
HDFC Bank का Nifty में 14.4% और Nifty Bank में 39% भार है, जो इसे दोनों सूचकांकों के लिए महत्वपूर्ण बनाता है।
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