श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पिछले पांच वर्षों में लगभग 400 करोड़ रुपये का कर भुगतान किया है। ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने बताया कि 5 फरवरी 2020 से 5 फरवरी 2025 के बीच यह राशि अदा की गई है। इसमें से 270 करोड़ रुपये वस्तु एवं सेवा कर (GST) के रूप में, जबकि 130 करोड़ रुपये अन्य कर श्रेणियों में भुगतान किए गए हैं।
ट्रस्ट द्वारा अदा किए गए इस कर भुगतान से यह स्पष्ट होता है कि राम मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त दान और अन्य आय पर विधिवत करों का भुगतान किया गया है। यह पारदर्शिता और वित्तीय अनुशासन का प्रतीक है, जो ट्रस्ट की विश्वसनीयता को बढ़ाता है।
राम मंदिर का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है, और 22 जनवरी 2024 को ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह आयोजित किया गया था। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया था।
ट्रस्ट की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, मंदिर का कुल क्षेत्रफल 2.7 एकड़ है, जिसमें निर्मित क्षेत्र 57,400 वर्ग फुट है। मंदिर की लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट और ऊंचाई 161 फीट है। मंदिर में तीन मंजिलें हैं, प्रत्येक की ऊंचाई 20 फीट है।
ट्रस्ट ने भक्तों से अनुरोध किया है कि वे दान करते समय केवल आधिकारिक माध्यमों का ही उपयोग करें, ताकि किसी भी धोखाधड़ी से बचा जा सके। दान अब भारत बिल भुगतान प्रणाली (BBPS) के माध्यम से भी किया जा सकता है, जो Google Pay, Paytm, PhonePe और विभिन्न बैंक एप्लिकेशनों पर उपलब्ध है।
ट्रस्ट की वित्तीय पारदर्शिता और मंदिर निर्माण की प्रगति से भक्तों में उत्साह और विश्वास बढ़ा है। यह न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी एक महत्वपूर्ण कदम है।