रिपोर्ट- रुपेश कुमार
हजारीबाग: जिला पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बरही में हुई सनसनीखेज लूट की घटना का मात्र 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है और लूट गए 1.5 करोड़ रुपये मूल्य के सभी सोना-चांदी के जेवरात, वारदात में प्रयुक्त हथियार और वाहन भी बरामद कर लिए हैं।
क्या थी घटना?
यह डकैती 16 नवंबर की रात करीब 9 बजे बरही चौक के पास हुई थी। जय माता दी ज्वेलर्स के संचालक सुरेंद्र कुमार अपनी दुकान के सोना और चांदी के आभूषण चार बैग में भरकर अपनी कार में रख रहे थे। इसी दौरान दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार अपराधी मौके पर पहुँचे, फायरिंग की और कार का शीशा तोड़कर आभूषण से भरे सभी बैग लूटकर फरार हो गए थे। व्यवसायी सुरेंद्र कुमार की शिकायत पर 17 नवंबर को बरही थाना में प्राथमिकी (कांड संख्या 439/25) दर्ज की गई थी।

SIT का गठन और त्वरित कार्रवाई
कांड की गंभीरता को देखते हुए, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (SDPO) बरही के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, गुप्तचरों और टेक्निकल इनपुट का सहारा लेते हुए तेजी से जाँच शुरू की।
पहला सुराग और गिरफ्तारी: SIT ने सबसे पहले स्कॉर्पियो वाहन का पता लगाया, जिसका उपयोग अपराधियों को घटनास्थल तक पहुँचाने के लिए किया गया था। इंद्रराज चौधरी को रांची से पकड़ा गया, जिसकी निशानदेही पर चतरा जिले के हंटरगंज स्थित मायापुर गाँव से स्कॉर्पियो और ड्राइविंग सीट के नीचे छुपाया गया एक देसी कट्टा बरामद हुआ।
मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी: अन्य आरोपियों के चौपारण होते हुए शेरघाटी जाने की खबर मिलते ही, चोरदाहा चेकपोस्ट पर एंटी-क्राइम चेकिंग लगाई गई। यहाँ से दो मुख्य अपराधी धनंजय चौधरी उर्फ छोटू और रौशन यादव को गिरफ्तार कर लिया गया।
1.5 करोड़ का माल बरामद
पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के कब्जे से लूटा गया पूरा माल और हथियार बरामद कर लिए हैं, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये है:
जेवरात: 946 ग्राम सोना, 200 ग्राम संखा पोला, 11 किलो नया चांदी का जेवर, और 1.760 किलो पुरानी चांदी।
हथियार: 3 देसी कट्टा, 1 कारबाइन, और 6 जिंदा गोलियां।
वाहन: वारदात में प्रयुक्त स्कॉर्पियो और एक KTM मोटरसाइकिल।
अपराधियों का लंबा आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अपराधियों का आपराधिक रिकॉर्ड काफी लंबा है:
धनंजय चौधरी: बिहार के गया और चतरा क्षेत्रों में लूट, हथियार और हिंसक अपराधों में कई बार जेल जा चुका है।
इंद्रराज चौधरी: वर्ष 2019 में बिहार के डीभी थाना क्षेत्र की लूट की घटना में शामिल रहा है।
रौशन यादव: पूर्व में आमस थाना कांड में भी जेल जा चुका है।
पुलिस की इस त्वरित और सफल कार्रवाई से स्थानीय व्यापारियों और आम जनता में राहत की भावना है, और यह अपराधियों के मनोबल पर एक कड़ा प्रहार माना जा रहा है।





