रिपोर्ट: रवि जैस्ट
कैथल। अमेरिका की ट्रंप सरकार ने कैथल के 14 युवक डिपोर्ट किए। ये सभी डंकी रूट से अमेरिका में घुसे थे। इनमें से कोई कई-कई साल से अमेरिका में रह रहा था, तो कोई कुछ महीने पहले ही गया। तब से ये युवा विदेश में ही रह रहे थे। इनमें से कुछ को तो जेल में भी बंद किया हुआ था।
डिपोर्ट किए गए सभी लोगों की उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच है। कोई जमीन बेचकर अमेरिका गया तो किसी ने कर्जा लिया हुआ था। फिलहाल पुलिस सभी युवाओं को कैथल की पुलिस लाइन में ले आई। डीएसपी ललित यादव की ओर से सभी युवाओं से पूछताछ की गई है।
कैथल के युवाओं में तारागढ़ के नरेश, पीडल के कर्ण, अग्रसेन कॉलोनी के मुकेश, कैथल के ऋतिक, जडौला के सुखबीर सिंह, हाबड़ी के अमित, बुच्ची के अभिषेक, बात्ता के मोहित, पबनावा के अशोक कुमार, सेरधा के आशीष, हाबड़ी के दमनप्रीत, सिसला के प्रभात व ढांड के सतनाम सिंह शामिल हैं। फिलहाल पुलिस की ओर से सभी युवाओं से पूछताछ की जा रही है। यह भी देखा जाएगा किया उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नहीं है।
जहाज में बेड़ियों में बांधकर दिल्ली लाए गए: डिपोर्ट किए गए सभी युवाओं को जहाज में बेड़ियां पहनाकर बैठाया गया था। डीएसपी ललित यादव ने बताया कि पुलिस शनिवार को सभी युवाओं को दिल्ली एयरपोर्ट से कैथल लाई है। उन्हें कैथल में ही रखा गया। रविवार को पुलिस लाइन में उनका रिकॉर्ड जांचा गया। रिकॉर्ड में सभी युवा अलग-अलग आयु वर्ग के हैं।
डेढ़ एकड़ जमीन बेचकर गया था युवकः डिपोर्ट हुए एक युवक ने बताया कि वह 2 साल पहले अमेरिका गया था। वह अपनी करीब डेढ़ एकड़ जमीन बेचकर डंकी रूट से पनामा के जंगलों से होते हुए कई महीने में अमेरिका पहुंचा। मैक्सिको-अमेरिका की दीवार कूदकर जैसे ही पहुंचे, वहां पर उसे पकड़कर जेल में डाल दिया गया। तब से वह जेल में ही था। अब उसे डिपोर्ट कर दिया गया है। उनको जहाज में बेड़ियों से बांधकर लाया गया और दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारा
DSP ललित यादव ने बताया कि कैथल के गांव तारागढ़ का नरेश कुमार दो मामलों में कोर्ट से अनुपस्थित था। उसे पर एक मामला चेक बाउंस का चल रहा था और दूसरा शराब तस्करी का था। इन दोनों मामलों में कोर्ट में उपस्थित होने की बजाय वह विदेश चला गया था। हालांकि अभी तक उसे भगोड़ा करार नहीं दिया गया था, लेकिन पुलिस को उसकी तलाश थी। अब उसे कोर्ट में पेश करने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
डेढ़ एकड़ जमीन बेचकर गया था युवकः डिपोर्ट हुए एक युवक ने बताया कि वह 2 साल पहले अमेरिका गया था। वह अपनी करीब डेढ़ एकड़ जमीन बेचकर डंकी रूट से पनामा के जंगलों से होते हुए कई महीने में अमेरिका पहुंचा। मैक्सिको-अमेरिका की दीवार कूदकर जैसे ही पहुंचे, वहां पर उसे पकड़कर जेल में डाल दिया गया। तब से वह जेल में ही था। अब उसे डिपोर्ट कर दिया गया है। उनको जहाज में बेड़ियों से बांधकर लाया गया और दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारा





