फास्ट फूड डिलीवरी क्षेत्र में तेजी से उभर रहे Zepto के फूड डिलीवरी ब्रांड Zepto Cafe ने उत्तर भारत के कई छोटे शहरों में अपनी सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं। इन शहरों में आगरा, चंडीगढ़, मेरठ, मोहाली और अमृतसर शामिल हैं।
Zepto Cafe की बंदी का कारण और प्रभाव
- लगभग 44 कैफे बंद हुए हैं।
- इससे 400 से अधिक कर्मचारियों पर असर पड़ा है।
- कंपनी ने बताया है कि यह कदम सप्लाई चेन की चुनौतियों से निपटने के लिए उठाया गया है।
- Zepto का कहना है कि वे अगले क्वार्टर के अंत तक इन जगहों पर फिर से ऑपरेशन शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा,
“हम कैफे व्यवसाय के प्रति प्रतिबद्ध हैं और भविष्य में इसमें भारी निवेश करेंगे।”
कर्मचारियों में कटौती और लागत पर असर
- Zepto ने कैफे स्टाफ की संख्या घटाने का फैसला किया है।
- जहां एक कैफे में आमतौर पर 9 कर्मचारी होते थे, अब इसे 7-8 तक कम किया जाएगा।
- कर्मचारियों का वेतन खर्च बढ़ रहा है, अप्रैल में यह लगभग 95 करोड़ रुपये था।
- मार्च और जनवरी-फरवरी में यह खर्च 115 से 120 करोड़ और 105 से 110 करोड़ के बीच था।
- इसके बावजूद, Zepto का वेतन बिल अभी भी Zomato और Swiggy के 80% के बराबर है, जबकि कर्मचारी संख्या आधी है।
Hyderabad में डिलीवरी कर्मियों की हड़ताल जारी
- Zepto के डिलीवरी कर्मी हैदराबाद में अपनी मांगों को लेकर पांचवें दिन भी हड़ताल पर हैं।
- उनकी मुख्य मांग Zepto द्वारा डिलीवरी फीस में कटौती के खिलाफ है।
- अप्रैल में प्रति डिलीवरी ₹35 मिलने वाले कर्मियों को मई में ₹10-12 की फीस दी जा रही है।
- Telangana Gig and Platform Workers’ Union (TGPWU) ने अतिरिक्त श्रम आयुक्त से शिकायत दर्ज कराई है।
- कर्मी आरोप लगाते हैं कि Zepto ने उनकी बातचीत की मांगों को नजरअंदाज किया है।
Zepto का वित्तीय प्रदर्शन और IPO की तैयारी
- Zepto आगामी वर्ष 2026 की शुरुआत में पब्लिक लिस्टिंग (IPO) की योजना बना रहा है।
- वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी का नेट नुकसान 2% कम होकर ₹1248.64 करोड़ रह गया।
- जबकि इसका ऑपरेटिंग रेवेन्यू 120% बढ़कर ₹4454 करोड़ हो गया, जो पिछले साल ₹2025.70 करोड़ था।
- कंपनी के संस्थापक और CEO आदित पालिचा ने निवेशकों को आश्वस्त किया है कि Zepto अपनी योजनाओं को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
Zepto की चुनौतियाँ और आगे का रास्ता
Zepto जैसी तेजी से बढ़ती स्टार्टअप कंपनियों के लिए सप्लाई चेन, कर्मचारी प्रबंधन और बाजार दबाव जैसी चुनौतियाँ आम हैं। हालांकि वर्तमान में कुछ मुश्किलें आई हैं, लेकिन कंपनी ने अपनी प्रतिबद्धता जताई है कि वे जल्द ही इन समस्याओं का समाधान कर फिर से विस्तार करेंगे।
प्रमुख बिंदु:
- Zepto Cafe ने 44 कैफे अस्थायी रूप से बंद किए।
- 400+ कर्मचारी प्रभावित।
- सप्लाई चेन समस्याओं के कारण बंदी।
- कर्मचारियों की संख्या में कटौती।
- हैदराबाद में डिलीवरी कर्मियों की हड़ताल।
- FY24 में नेट नुकसान में कमी, रेवेन्यू में तेजी।
- IPO की तैयारी जारी।
निष्कर्ष:
Zepto Cafe की यह अस्थायी बंदी कंपनी की विकास रणनीति में बदलाव का संकेत देती है। सप्लाई चेन बेहतर होने और लागत नियंत्रण के बाद Zepto अपने कारोबार को फिर से मजबूत बनाकर विस्तार करेगा। इसके साथ ही कर्मचारियों की मांगों को लेकर संतुलन बनाना भी ज़रूरी होगा, जिससे कंपनी का वर्कफोर्स और ग्राहक दोनों संतुष्ट रहें।





