रिपोर्टरः ज्योति सायल
ऊना/चिंतपूर्णी: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित प्रसिद्ध माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर में उस समय हड़कंप मच गया जब मंदिर ट्रस्ट द्वारा स्थापित एलईडी स्क्रीन पर अचानक ईसा मसीह और मरियम की वीडियो चलने लगी। यह एलईडी स्क्रीन भरवाई में स्थापित की गई है, जो 24 घंटे श्रद्धालुओं को माता श्री चिंतपूर्णी की पावन पिंडी के दर्शन कराती है।
घटना का विवरण
यह घटना तब सामने आई जब मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन पर देवी मां के दर्शन कर रहे थे। अचानक स्क्रीन पर माता चिंतपूर्णी के दर्शन के बजाय ईसा मसीह और मरियम की वीडियो चलने लगी। इस अप्रत्याशित घटना से श्रद्धालु हैरान रह गए और वहां अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिससे मामला और तूल पकड़ गया।
प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया
जैसे ही मंदिर प्रबंधन को इस घटना की जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत वीडियो को बंद कर दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। इस घटना को लेकर श्रद्धालुओं में भी नाराजगी देखी गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए ऊना के उपायुक्त जतिन लाल ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि प्रशासन यह पता लगाने में जुटा है कि यह कोई तकनीकी त्रुटि थी या फिर किसी ने जानबूझकर ऐसा किया।
जांच के आदेश और प्रारंभिक निष्कर्ष
इस पूरे मामले की जांच का जिम्मा एसडीएम अम्ब सचिन शर्मा को सौंपा गया है। उपायुक्त जतिन लाल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह तकनीकी गड़बड़ी प्रतीत हो रही है। उन्होंने कहा कि यह एलईडी स्क्रीन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और यूट्यूब से भी जुड़ी हुई है, ऐसे में संभव है कि किसी तकनीकी खराबी के चलते यह वीडियो रैंडमली प्ले हो गया हो। हालांकि, प्रशासन सभी संभावित कारणों की गहनता से जांच कर रहा है।
श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में चर्चा का माहौल गर्म हो गया है। कई लोगों ने इसे महज तकनीकी गड़बड़ी मानने से इनकार किया है और इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करार दिया है। सोशल मीडिया पर भी लोग इस मामले को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
मंदिर प्रशासन का बयान
मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वे इस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो, इसके लिए आवश्यक तकनीकी सुधार किए जाएंगे और अतिरिक्त सुरक्षा उपाय भी अपनाए जाएंगे।
तकनीकी पहलू और संभावित कारण
चिंतपूर्णी मंदिर ट्रस्ट द्वारा स्थापित इन एलईडी स्क्रीन को यूट्यूब और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जोड़कर श्रद्धालुओं के लिए सीधा प्रसारण किया जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, ऐसी घटना निम्नलिखित कारणों से हो सकती है:
- हैकिंग या साइबर अटैक: यदि किसी ने जानबूझकर सिस्टम को हैक कर लिया हो, तो इस तरह की घटना संभव हो सकती है।
- सॉफ़्टवेयर गड़बड़ी: अगर एलईडी स्क्रीन का कंटेंट प्ले करने वाला सिस्टम ऑटोमैटिक वीडियो प्ले करता है, तो गलती से कोई अन्य वीडियो चल सकता है।
- मैनुअल एरर: यदि कंट्रोलिंग टीम से किसी कर्मचारी से गलती हुई हो, तो यह वीडियो स्क्रीन पर दिख सकता है।
भविष्य के लिए उठाए गए कदम
- प्रशासन ने एलईडी स्क्रीन की सुरक्षा बढ़ाने और कंटेंट मॉनिटरिंग सिस्टम को अपग्रेड करने के आदेश दिए हैं।
- इस तरह की गड़बड़ी दोबारा न हो, इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों की एक टीम बनाई गई है।
- साइबर सुरक्षा एजेंसियों को भी इस मामले की जांच के लिए शामिल किया गया है।
चिंतपूर्णी मंदिर में हुई इस घटना ने न केवल प्रशासन बल्कि श्रद्धालुओं को भी चिंता में डाल दिया है। हालांकि, प्रारंभिक जांच में यह तकनीकी गड़बड़ी लग रही है, लेकिन प्रशासन इसे हर दृष्टिकोण से जांच रहा है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि धार्मिक स्थलों पर तकनीकी प्रबंधन में अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह की किसी भी घटना को टाला जा सके।
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