कालिंदी एक्सप्रेस को लेकर बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। उत्तर प्रदेश के कानपुर में मुंडेरी क्रॉसिंग के पास रेलवे ट्रैक के बीचों-बीच गैस सिलेंडर रखा हुआ था, जिसकी टक्कर सामने से आ रही ट्रेन कालिंदी एक्सप्रेस से हो गई। ट्रेन से टक्कर के बाद गैस सिलेंडर काफी दूर जाकर गिरा। गनीमत रही कि इस पूरी घटना में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। घटना सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। अब इस पूरे मामले पर सवाल उठ रहा है कि क्या ट्रेन को उड़ाने या पलटाने की साजिश थी?
कब की है ये घटना?
आपको बता दें कि कानपुर सेंट्रल से करीब 30 किलोमीटर दूर शिवराजपुर इलाके के रेलवे ट्रैक पर कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन प्रयागराज से भिवानी जा रही थी। इसी दौरान रात 8.30 बजे लोको पायलट को ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर दिखा। खतरे को देखते हुए लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए और तभी ट्रेन सिलेंडर से टकराकर दूसरी तरफ जा गिरी।
धीमी रफ्तार की वजह से बड़ा हादसा टला
इस पूरी घटना की जांच के दौरान रेलवे ट्रैक के बीच में एलपीजी गैस सिलेंडर के साथ कांच की बोतल मिली। इनमें ज्वलनशील पदार्थ यानी पेट्रोल और सफेद रंग का केमिकल था। इसके साथ ही मौके से एक माचिस भी बरामद हुई। बताया जा रहा है कि ट्रेन की रफ्तार धीमी थी, जिसकी वजह से कोई हादसा नहीं हुआ। अगर ऐसा होता तो रेलवे ट्रैक धमाके के साथ उड़ सकता था और ट्रेन के इंजन के परखच्चे उड़ सकते थे।
इस घटना पर ज्वाइंट पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंद्र ने बताया कि सुबह-सुबह रेलवे अथॉरिटी की ओर से सूचना दी गई। रेलवे ने बताया कि प्रयागराज से भिवानी जाने वाली ट्रेन इस रूट से गुजर रही थी, तभी लोको पायलट ने ट्रैक पर सिलेंडर देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, जिससे सिलेंडर टकराकर साइड में गिर गया।
आतंकी एंगल से भी जांच हो रही
इस घटना के बाद सभी वरिष्ठ अधिकारी हरकत में आ गए हैं। घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम मौजूद है। पुलिस इस घटना की आतंकी एंगल से भी जांच कर रही है।