BY: Yoganand Shrivastva
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में व्हाइट हाउस में अमेरिका की प्रमुख टेक कंपनियों के CEO के साथ आयोजित डिनर में Apple के CEO टिम कुक से उनके भारत में iPhone निर्माण निवेश को लेकर नाराजगी व्यक्त की। ट्रंप ने टिम कुक से सीधे पूछा कि जब आप अमेरिका में लौटकर बड़े निवेश करने जा रहे हैं, तो यहां कितनी राशि लगाना चाहते हैं।
डिनर के दौरान ट्रंप ने टिम कुक की आलोचना के साथ उनकी सराहना भी की। ट्रंप ने कहा, “टिम कुक, आपने Apple में अद्भुत काम किया है, बहुत कम लोग ऐसा कर सकते हैं, बधाई।” इस कार्यक्रम में टेक जगत के कई दिग्गज मौजूद थे, जिनमें मार्क जुकरबर्ग, सैम ऑल्टमैन, बिल गेट्स, सत्य नडेला और सुंदर पिचाई शामिल थे।
टिम कुक ने ट्रंप के माहौल और नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका में निवेश के लिए बेहतर परिस्थितियां बनाई हैं। जब ट्रंप ने पूछा कि कितनी राशि निवेश की जाएगी, तो कुक ने 600 अरब डॉलर (करीब ₹50 लाख करोड़) का आंकड़ा बताया।
इस डिनर और बातचीत को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं। कुछ ने इसे अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सही कदम बताया, जबकि अन्य ने आशंका जताई। कुछ ने मजाकिया अंदाज में ट्वीट किया कि Apple उत्पादों का इस्तेमाल करते हुए अब अपराधबोध कम होगा।
डिनर में भारतीय टेक उद्योग के पांच प्रमुख नाम भी मौजूद थे। इनमें माइक्रोन के CEO संजय मेहता, Palantir के श्याम शंकर, TIBCO के चेयरमैन विवेक रणदीवे, माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला और Google के CEO सुंदर पिचाई शामिल थे।
यह डिनर अमेरिका की टेक निवेश नीतियों और वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग रणनीतियों को लेकर चर्चा का महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ। ट्रंप ने टिम कुक से किए सवालों के माध्यम से यह संदेश दिया कि विदेशी निवेश के बावजूद अमेरिका में रोजगार और उद्योग को बढ़ावा देना उनकी प्राथमिकता है।