BY: Yoganand Shrivastava
नांदेड़ (महाराष्ट्र) महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां तहसीलदार प्रशांत थोरात को सरकारी कार्यालय में गाना गाने की वजह से निलंबन झेलना पड़ा। उनका गाना गाते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसके बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाया।
विदाई समारोह में गाया गाना
जानकारी के अनुसार, प्रशांत थोरात नांदेड़ जिले के उमरी तहसील कार्यालय में पदस्थ थे। 8 अगस्त को उनका तबादला लातूर जिले के रेनापुर तहसील में किया गया। स्थानांतरण के बाद उमरी कार्यालय में उनके लिए विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसी दौरान वे कुर्सी पर बैठकर बॉलीवुड गाना गाने लगे और उसका वीडियो खुद ही सोशल मीडिया पर डाल दिया।
जांच के बाद कार्रवाई
वीडियो सामने आने के बाद राज्य सरकार ने नांदेड़ के जिलाधिकारी को मामले की जांच सौंप दी। रिपोर्ट में कहा गया कि थोरात का यह आचरण सरकारी पद की गरिमा के खिलाफ है और इससे प्रशासन की छवि खराब हुई। इसके बाद संभागीय आयुक्त ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं है जब किसी अधिकारी को सरकारी अनुशासन तोड़ने पर कार्रवाई का सामना करना पड़ा हो। देशभर में कई बार पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें वे गाना गाते, नाचते या रील बनाते नजर आए हैं। इसके चलते उन्हें विभागीय कार्रवाई झेलनी पड़ी है।
लोगों का कहना है कि सरकारी पद की एक मर्यादा होती है, जिसे निभाना हर अधिकारी का कर्तव्य है। नियमों की अनदेखी करने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी ही चाहिए ताकि जनता का विश्वास प्रशासन पर बना रहे।





