BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल | राजधानी भोपाल में गुरुवार दोपहर एक बड़ा हादसा टल गया, जब बोर्ड ऑफिस से एमपी नगर की ओर जाने वाली व्यस्त सड़क अचानक धंस गई। यहां करीब 8 फीट गहरा और 10 फीट चौड़ा गड्ढा बन गया, जिसमें आसानी से एक कार समा सकती थी। घटना के वक्त सौभाग्य से सड़क पर कोई वाहन नहीं था, जिससे जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
यह घटना दोपहर करीब 1 बजे हुई, जब सड़क एकाएक भरभराकर नीचे बैठ गई। वहां से गुजर रही कुछ गाड़ियां चपेट में आने से बाल-बाल बचीं। सड़क धंसते ही ट्रैफिक बाधित हुआ और जाम की स्थिति बन गई। मौके पर पहुंचे एमपी नगर एसडीएम एलके खरे ने स्थिति का जायजा लिया और तत्काल बेरिकेडिंग कराई गई।
सियासत गरमाई, कांग्रेस ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
घटना के तुरंत बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई। कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव बरोलिया मौके पर पहुंचे और वहीं धरने पर बैठ गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी घटना पीडब्ल्यूडी की लापरवाही और भ्रष्टाचार का नतीजा है।
बरोलिया ने कहा, “अगर उस वक्त कोई वाहन सड़क से गुजरता, तो पूरा परिवार हादसे का शिकार हो सकता था। यह पूरी तरह से लापरवाही है और इसकी जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।”
वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा, “जब तक सड़कें रहेंगी, गड्ढे रहेंगे” — लेकिन उन्होंने मामले की जांच और ज़िम्मेदारों पर कार्रवाई की बात भी कही।
पुराना नाला बना हादसे की वजह
एसडीएम खरे ने बताया कि दुर्घटना स्थल के पास ज्योति टॉकीज के सामने पुराना फुटपाथ और नाला मौजूद है। बारिश के चलते नाले के नीचे की मिट्टी खिसक गई, जिससे ऊपर की सड़क धंस गई। यह सड़क 2002 में राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) से पीडब्ल्यूडी को सौंप दी गई थी, जिसके बाद से पीडब्ल्यूडी डिवीजन-2 इसका रखरखाव कर रहा है।
तुरंत सुधार कार्य शुरू
प्रशासन ने तुरंत एक्शन लेते हुए सड़क की मरम्मत के निर्देश दिए हैं। पीडब्ल्यूडी को आज ही मरम्मत कार्य पूरा करने को कहा गया है। इसके अलावा, ट्रैफिक को सुचारु रखने के लिए पुलिसबल भी तैनात किया गया है ताकि यातायात में कोई रुकावट न हो।