इस्माइली आगा खान का निधन, इस्लामी दुनिया के महान नेता की यात्रा खत्म
इस्माइली मुसलमानों के आध्यात्मिक नेता, आगा खान, जिनका संबंध पैगंबर मुहम्मद से बताया जाता है, का 88 वर्ष की आयु में पुर्तगाल में निधन हो गया। आगा खान, जो इस्माइली मुसलमानों के 49वें इमाम थे, एक महान दानी और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में प्रसिद्ध थे।

आगा खान का जीवन हमेशा धर्म और समाज सेवा के लिए समर्पित रहा। उनकी संस्था, आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क (AKDN), ने दुनिया भर में स्वास्थ्य, शिक्षा और आवास जैसी अहम परियोजनाओं पर काम किया। बांग्लादेश, ताजिकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों में उन्होंने विशेष योगदान दिया, जहां उन्होंने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाने के लिए करोड़ों डॉलर का निवेश किया।
आगा खान 1957 में अपने दादा के निधन के बाद इस्माइली मुसलमानों के इमाम बने। वे सिर्फ आध्यात्मिक नेता नहीं थे, बल्कि उन्होंने एक बिजनेस मैग्नेट और समाजसेवी के रूप में भी काम किया। उन्हें इस्लामी समाज और पश्चिमी दुनिया के बीच सेतु का दर्जा भी हासिल था।
उनके कार्य और योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, विशेषकर उनकी वास्तुकला की समझ और ऐतिहासिक इस्लामी संरचनाओं को फिर से संजोने के लिए। उनके जाने से एक युग का समापन हुआ है, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों और योगदानों का असर लंबे समय तक रहेगा।
मुख्य बातें:
- आगा खान का निधन उनके परिवार और आगा खान फाउंडेशन ने किया घोषित।
- उनकी संस्था ने स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास के क्षेत्रों में अहम काम किया।
- आगा खान को एक सेतु माना जाता था जो इस्लामी समाज और पश्चिमी दुनिया को जोड़ते थे।