
Isa Ahmad
मेडिकल जांच के आदेश
रायपुर। कारोबारी हेमंत चंद्राकर के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों द्वारा कथित मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस प्रकरण पर अब सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए बड़ा निर्देश जारी किया है। अदालत ने आदेश दिया है कि हेमंत चंद्राकर का मेडिकल परीक्षण कराया जाए और यदि मारपीट के सबूत मिलते हैं, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
जानकारी के अनुसार, बीते दिनों ईडी ने हेमंत चंद्राकर को पूछताछ के लिए अपने रायपुर स्थित कार्यालय बुलाया था। पूछताछ के दौरान हेमंत ने आरोप लगाया कि ईडी अधिकारियों ने न सिर्फ उनके साथ शारीरिक मारपीट की, बल्कि उन पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और चैतन्य बघेल का नाम लेने के लिए दबाव भी बनाया गया।

इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी आक्रामक रुख में है। कांग्रेस नेताओं ने इसे लोकतंत्र और संवैधानिक मर्यादाओं पर हमला बताया है। पूर्व महापौर और सभापति प्रमोद दुबे ने कहा कि “ईडी का यह रवैया विपक्षी नेताओं को फंसाने की साजिश का हिस्सा है। यह एजेंसी अब राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल की जा रही है।”
वहीं, हेमंत चंद्राकर और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने इस मामले में कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस ने मांग की है कि दोषी अधिकारियों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए और जांच पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से की जाए।
इस घटना के बाद प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरम हो गई है। ईडी की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोला है, वहीं भाजपा ने इसे राजनीतिक नाटक बताते हुए कहा कि जांच एजेंसी अपना काम कर रही है।